काबुल में राष्ट्रपति आवास के बाहर महिलाओं ने किया प्रदर्शन, कहा- वे अतीत में लौटना नहीं चाहतीं - Punjab Kesari
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काबुल में राष्ट्रपति आवास के बाहर महिलाओं ने किया प्रदर्शन, कहा- वे अतीत में लौटना नहीं चाहतीं

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में राष्ट्रपति आवास के बाहर एकत्रित हुए कुछ प्रदर्शनकारियों ने देश के नए तालिबान

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में राष्ट्रपति आवास के बाहर एकत्रित हुए कुछ प्रदर्शनकारियों ने देश के नए तालिबान नेतृत्व से पश्चिमी संरक्षण के तहत दिए महिलाओं के अधिकारों को बरकरार रखने और आगामी सरकार में महिलाओं को भी जगह देने का अनुरोध किया।
राष्ट्रपति आवास के एक द्वार पर शुक्रवार को करीब 12 महिलाओं ने छोटे पोस्टर ले रखे थे जिन पर अनुरोध किया गया था, ‘‘महिलाओं की उपस्थिति के साथ एक साहसी मंत्रिमंडल’’। प्रदर्शनकारियों ने मानवाधिकारों की मांग करते हुए नारे लगाए और कहा कि वे अतीत में लौटना नहीं चाहतीं।
प्रदर्शनकारियों द्वारा जारी किए एक दस्तावेज में मांग की गयी है कि अफगान महिलाओं को शिक्षा, देश के भविष्य में सामाजिक और राजनीतिक योगदान का अधिकार और अभिव्यक्ति की आजादी समेत सामान्य स्वतंत्रताएं दी जाएं। बता दें कि तालिबान का सह-संस्थापक मुल्ला अब्दुल गनी बरादर एक नई अफगान सरकार का नेतृत्व करने के लिए तैयार है, जिसकी घोषणा जल्द ही की जा सकती है। इस्लामिक आतंकी समूह के सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, यह कदम तब सामने आया है, जब तालिबान पंजशीर घाटी में विद्रोही लड़ाकों से जूझ रहा है और दूसरे मोर्चे पर आर्थिक पतन को रोकने का प्रयास कर रहा है। टोलो न्यूज ने सूत्रों का हवाला देते हुए कहा कि बरादर, जो दोहा में तालिबान के राजनीतिक कार्यालय का प्रमुख है, उसके साथ तालिबान के दिवंगत सह-संस्थापक मुल्ला उमर का बेटा मुल्ला मोहम्मद याकूब और शेर मोहम्मद अब्बास स्टेनकजई सरकार में वरिष्ठ पदों पर शामिल होंगे।

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