अफगानिस्तान में महिलाओं के द्वारा चलाए जा रहे ब्यूटी सैलून पर क्यों लगाया गया प्रतिबंध - Punjab Kesari
Girl in a jacket

अफगानिस्तान में महिलाओं के द्वारा चलाए जा रहे ब्यूटी सैलून पर क्यों लगाया गया प्रतिबंध

अफगानिस्तान में महिलाओं को लेकर नया फरमान जारी किया है जहां महिला रोजगार के लिए बचे कुछ रास्तों

हमारे देश में महिलाओं को पुरुषों से ज्यादा अधिकार है, यहां तक की कई जगह महिलाओं को पुरुषों से ज्यादा अधिकार प्राप्त है, और यही वजह है कि आज भारत कि बेटियां और महिलाएं विश्व जगत में भारत को हर तरह से सम्मान दिला रही हैं.. लेकिन इन सब के बीच हमारे पड़ोसी देश अफगानिस्तान में महिलाओं पर लगातार शोषण बढ़ते जा रहें हैं अब यहां की सरकार ने एक नया फरमान जारी किया है दरअसल अब अफगानिस्तान के तालिबान ने एक बार फिर नई फरमान जारी की है जहां महिला रोजगार के लिए बचे कुछ रास्तों पर यहां की सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया है। तालिबान ने महिलाओं द्वारा चलाए जाने वाले ब्यूटी सैलून को बंद करने का फरमान सुनाया है। 
उल्लंघन करने वालों पर कानूनी कार्रवाई 
यहां महिलाओं को चेतावनी भरे लहजे में कहा गया है कि उल्लंघन करने वालों को कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। बता दें कि तालिबानी फरमानों को लेकर संयुक्त राष्ट्र बार-बार प्रतिबंधों की निंदा करता है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ ऐसे नियमों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए तालिबान सरकार को मान्यता देना लगभग असंभव बना दिया है।बता दें कि इससे पहले तालिबानी फरमान जारी कर लड़कियों को छठी कक्षा से ऊपर की शिक्षा प्राप्त करने से रोका गया है। इसके अलावा महिलाओं के सरकारी या निजी क्षेत्र में काम करने, पार्कों में जाने और जिम के यूज पर बैन लगाया गया है। फिलहाल, अफगानिस्तान में अस्पतालों में नर्स और डॉक्टर के रूप में काम करना ही एकमात्र ऐसा काम है जो महिलाएं कर सकती हैं।
स्वामित्व और उत्पीड़न की वस्तु 
अफगानिस्तान से भागकर अब तुर्की में रहने वाली अफगान महिला अधिकार कार्यकर्ता जमीला अफगान ने कहा कि तालिबान महिलाओं को इंसान नहीं बल्कि स्वामित्व और उत्पीड़न की वस्तु मानते हैं। उन्होंने कहा, नवीनतम प्रतिबंध के बाद हजारों मेकअप आर्टिस्ट प्रभावित होंगे और देश भर में सैकड़ों कॉस्मेटिक शॉप्स बंद हो जाएंगे। इसके अलावा एक अन्य महिला ने कहा कि अगर (परिवार के) पुरुषों के पास नौकरी है तो हम घर से बाहर नहीं निकलेंगे। लेकिन, रोजाना लग रहे प्रतिबंधों के बाद हम क्या कर सकते हैं? आप चाहते हैं कि हम मर जाएं? एक अन्य महिला ने कहा कि सरकार को इसके लिए एक रूपरेखा बनानी चाहिए। रूपरेखा इस तरह होनी चाहिए कि न तो इस्लाम को नुकसान हो और न ही देश को। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *


Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।