विदेश मंत्री जॉन ब्लिंकेन ने आज वियतनाम का दौरा किया। उन्होंने वियतनामी सरकार और लोगों से बात की और दोनों देशों के बीच संबंधों को सुधारने के तरीकों पर चर्चा की। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन शनिवार को वियतनाम पहुंचे, जहां उन्होंने वियतनामी प्रधानमंत्री फाम मिन्ह चिन्ह से मुलाकात की। अमेरिका हिंद प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती आक्रामकता को संतुलित करने के लिए वियतनाम के साथ संबंधों को अहम मानता है। ब्लिंकन और चिन्ह ने वियतनाम से अमेरिकी बलों की वापसी के 50 साल पूरे होने के मात्र दो सप्ताह बाद मुलाकात की और दोनों देशों के बीच संबंधों को नयी ऊंचाइयों पर ले जाने का संकल्प लिया।
उसकी प्रतिबद्धता को जताएगी
इस यात्रा के दौरान ब्लिंकन ने वियतनाम की राजधानी हनोई में अमेरिकी दूतावास के नए परिसर की नींव रखी। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन को उम्मीद है कि यह परियोजना वियतनाम के साथ संबंधों को और मजबूत करने की उसकी प्रतिबद्धता को जताएगी। दोनों देशों के बीच 1995 में राजनयिक संबंध बहाल हुए थे। वियतनाम के मानवाधिकार संबंधी रिकॉर्ड को लेकर चिंताओं के बावजूद अमेरिका हनोई को क्षेत्र संबंधी अपनी रणनीति के लिए अहम मानता है। वह क्षेत्र में अमेरिका का प्रभाव बढ़ाने के लिए चीन के साथ वियतनाम की दुश्मनी का लाभ उठाना चाहता है।
हम संबंधों को प्रगाढ़ करना जारी रखेंगे
ब्लिंकन ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि हम इन संबंधों को और भी ऊंचे स्तर पर लेकर जाएंगे।’’ वहीं, चिन्ह ने कहा, ‘‘ये बहुत व्यापक और प्रभावी संबंध रहे हैं और आगे भी हम संबंधों को प्रगाढ़ करना जारी रखेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम एशिया प्रशांत या हिंद-प्रशांत के प्रति अमेरिका की भूमिका और उत्तरदायित्व की बहुत सराहना करते हैं।’’ चीन का वियतनाम समेत अपने कई पड़ोसियों के साथ दक्षिण चीन सागर में समुद्री और क्षेत्रीय विवाद है।