रूसी सेना द्वारा यूक्रेन पर भारी हमले के बीच राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के प्रवक्ता ने कहा है कि यूक्रेन का नेतृत्व रूस के साथ बातचीत के लिए तैयार है और दोनों पक्ष वार्ता के प्रारूप पर चर्चा कर रहे हैं। इस मामले में क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि यूक्रेन ने वारसॉ में वार्ता आयोजित करने की पेशकश की है, जबकि रूस ने मिन्स्क में वार्ता करने की मंशा जताई है, उन्होंने कहा हम बातचीत के लिए तैयार है जिसके लिए एक प्रतिनिधि मंडल को मिन्स्क भेजा जाएगा। हालांकि रूस के विदेश मंत्री ने कहा यूक्रेन की सेना पहले हथियार डाले उसके बाद बातचीत होगी ।
पुतिन चाहते हैं कि नाटो में शामिल न हो यूक्रेन
थेकई इंडिपेंडेंट डॉट कॉम ने बताया कि पेसकोव के अनुसार यूक्रेन ने इसके बाद बातचीत बंद कर दी, हालांकि यूक्रेन के राष्ट्रपति के प्रवक्ता सेरही न्याकिफोरोव ने इससे इंकार किया और कहा कि यूक्रेन बातचीत के लिए तैयार है, और बातचीत जारी रहेगी। पुतिन चाहते हैं कि यूक्रेन एक निष्पक्ष स्थिति के लिए सहमत हो जाए, जो इसे नाटो में शामिल होने से रोकेगा। नाटो में शामिल होना लंबे समय से यूक्रेन की आकांक्षा रही है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि सब कुछ यूक्रेन को मिलने वाली सुरक्षा गारंटी पर निर्भर करेगा।
रूस के 60 से ज्यादा सैनिक मरने का किया दावा
यूक्रेन और रूस की सेना के बीच तीसरे दिन भी भीषण युद्ध जारी है। शनिवार को भी यूक्रेन की सेना ने दावा किया कि, उन्होंने राजधानी कीव में रूस के 60 से ज्यादा सैनिक मार गिराए। वहीं रूस की सेना ने भी कीव में कई जगहों पर कब्जा कर लिया है और यूक्रेन के कई शहरों में रूसी सेना के टैंक दिखाई दे रहें हैं। हालांकि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर कहा है कि, हमारी मंशा रूस पर कब्जा करने की नहीं है।