कनाडा के ओंटारियो प्रांत की कैबिनेट में भारतीय मूल के दो और कनाडाई नेताओं को जगह मिली है। और इसके साथ ही कार्यकारी परिषद में भारतीय मूल के सदस्यों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है। ओंटारियो के प्रीमियर डाउग फोर्ड ने शुक्रवार को अपनी कैबिनेट में फेरबदल किया।
कोविड-19 महामारी के दौरान कैरीबियाई देश में छुट्टी मनाने की वजह से अपने पद से इस्तीफा देने वाले पूर्व वित्त मंत्री की वापसी दीर्घकालीन देखभाल मंत्री के तौर पर हो रही है। राज्य में अगले साल जून में चुनाव होने वाला है और उससे ठीक एक साल पहले कैबिनेट में बदलाव किए गए हैं।
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पिछले कैबिनेट में भारतीय-कनाडाई मंत्री प्रभमीत सरकारिया (30) थे, जो छोटे व्यवसाय एवं लालफ़ीताशाही में कमी मामलों के सहायक मंत्री थे। अब उनकी पदोन्नति कोष बोर्ड के अध्यक्ष के तौर पर हुई है। ओंटारियो में पगड़ी पहनेवाले वह पहले सिख कैबिनेट मंत्री हैं। उनके अलावा परम गिल और नीना टंगारी को मंत्रिमंडल में जगह मिली है।
गिल को नागरिकता एवं बहुसंस्कृतिवाद विभाग मिला है जबकि नीना को छोटे व्यवसाय एवं लालफीताशाही में कमी विभाग में सहायक मंत्री बनाया गया है।