अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को कैलिफोर्निया में आपात स्थिति की घोषणा की और संघीय सरकार को जंगल में लगी आग से हुए नुकसान के मद्देनजर अतिरिक्त सहायता प्रदान करने का आदेश दिया। 23 जुलाई से लगी आग ने इस क्षेत्र में व्यापत तबाही मचाई है और मजबूरन 38,000 लोगों को अपने घरों को खाली कराना पड़ा है। समाचार एजेंसी एफे ने व्हाइट हाउस की ओर से जारी एक बयान के हवाले से बताया कि इस आदेश के माध्यम से ट्रंप ने आपदा राहत प्रयासों के समन्वय के लिए डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी (डीएचएस) और संघीय आपात प्रबंधन एजेंसी (फेमा) को अधिकृत किया है।
व्हाइट हाउस ने कहा कि यह कदम कठिनाई और परेशानी को कम करने में मदद करेगा क्योंकि शायद स्थानीय आबादी के लिए आपातकाल बोझ जैसा हो और जीवन बचाने व संपत्ति और सार्वजनिक स्वास्थ्य की रक्षा और सुरक्षा के लिए आवश्यक आपातकालीन उपायों के लिए उपयुक्त सहायता प्रदान करने और लॉस एंजेलिस, रिवरसाइड, सैन डिएगो, सैंटा बारबरा और वेंचुरा में खतरे को कम करने या रोकने के लिए उचित सहायता प्रदान करेगा।
अग्निशामक उत्तरी कैलिफोर्निया में जंगल की आग को फैलने से रोकने में नाकाम रहे हैं, जो पहले ही 32,700 हेक्टेयर (करीब 82,000 एकड़) जंगल नष्ट कर चुकी है और इसमें दो लोगों की मौत हुई है। आग लगने की शुरुआत सोमवार को शास्टा काउंटी से हुई, जिसका मुख्य शहर रेडिंग है। अधिकारियों ने कहा कि एहतियात के तौर पर करीब 38,000 लोग घरों को खाली कर चुके हैं। आग की लपटें अब तक 500 इमारतों को नष्ट कर चुकी हैं और 75 अन्य को नुकसान पहुंचाया है। आग बुझाने के दौरान एक दमकलकर्मी और एक बुलडोजर ऑपरेटर की मौत हो गई। फग्र्यूसन में लगी आग को बुझाने में 3,800 से ज्यादा दमकलकर्मी जुटे हुए हैं और 16 हेलीकॉप्टरों की मदद भी ली जा रही है।