पाकिस्तान के हालात दिन पर दिन खराब होते जा रहे है लगातार महंगाई से लेकर राजनीति तक सरकार के भी बुरे हाल है।आलम ये है कि जनता खाने की चीजों के लिए भी संघर्ष कर रही है। दूसरी तरफ आईएमएफ से कर्जा लेने वाला पाकिस्तान पहले से ही कई कर्जो में दबा हुआ है। इन सबके बीच कर्जे से निकलने के लिए पाकिस्तान ने नया रास्ता चुना है। क्योंकी पाकिस्तान अब अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए गधों की शरण में पहुंच गया है। उसे लगता है कि अपनी आर्थिक स्थिति का बोझ गधों पर लाद कर वो अपना कुछ भार तो हल्का कर ही सकता है। इसके लिए उसने चीन के साथ 4 समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। जिसके अंतर्गत पाकिस्तान चीन को गधे की खाल भी बेचेगा।
चीन में गधों की डिमांड बहुत ज्यादा है
कर्जा उतारने के लिए पाकिस्तान का ये नया तरीका है। दरअसल पाकिस्तान चीन को गधो की खाल इसलिए बेच रहा है क्योंकी चीन में गधों की डिमांड बहुत ज्यादा है। दुनिया के बाकी देश जहां गधों की उपयोगिता पर सवाल खड़े करते हैं। वहीं चीन के लिए यह मूल्यवान संपत्ति है। चीनी गधे की खाल और उससे प्राप्त उत्पादों की कीमत पहचानते हैं। जिनकी देश में अत्यधिक मांग रहती है।
पाकिस्तान के पास गधों की कोई कमी नहीं है
कंगाल पाकिस्तान के पास भले पैसों की कमी हो। लेकिन उसके पास गधों की कोई कमी नहीं है। दुनिया में गधों के प्रोड्यूसर के रूप में पाकिस्तान तीसरे नंबर पर आता है। 2014 से 2016 के बीच पाकिस्तान ने चीन को लगभग 2 लाख से ज्यादा चीनी खाल एक्सपोर्ट किए थे। हालांकि इससे एक बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई। पाकिस्तान में गधों की मांस बिक्री में तेजी से बढोत्तरी हुई।
पाकिस्तान में गधो की संख्या बढ़कर 5.8 मिलियन हुई
जो पाकिस्तान के लिए गंभीर अपराधों की श्रेणी में आता है। खैर अब पाकिस्तान ने गधे की खाल के लिए आयात कर को घटाकर 2 प्रतिशत कर दिया है। आपको बता दें कि पाकिस्तान में साल 2022-23 में गधों की संख्या बढ़कर 5.8 मिलियन हो गई है।
चीन में गधों की डिमांड बहुत ज्यादा है
कर्जा उतारने के लिए पाकिस्तान का ये नया तरीका है। दरअसल पाकिस्तान चीन को गधो की खाल इसलिए बेच रहा है क्योंकी चीन में गधों की डिमांड बहुत ज्यादा है। दुनिया के बाकी देश जहां गधों की उपयोगिता पर सवाल खड़े करते हैं। वहीं चीन के लिए यह मूल्यवान संपत्ति है। चीनी गधे की खाल और उससे प्राप्त उत्पादों की कीमत पहचानते हैं। जिनकी देश में अत्यधिक मांग रहती है।
पाकिस्तान के पास गधों की कोई कमी नहीं है
कंगाल पाकिस्तान के पास भले पैसों की कमी हो। लेकिन उसके पास गधों की कोई कमी नहीं है। दुनिया में गधों के प्रोड्यूसर के रूप में पाकिस्तान तीसरे नंबर पर आता है। 2014 से 2016 के बीच पाकिस्तान ने चीन को लगभग 2 लाख से ज्यादा चीनी खाल एक्सपोर्ट किए थे। हालांकि इससे एक बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई। पाकिस्तान में गधों की मांस बिक्री में तेजी से बढोत्तरी हुई।
पाकिस्तान में गधो की संख्या बढ़कर 5.8 मिलियन हुई
जो पाकिस्तान के लिए गंभीर अपराधों की श्रेणी में आता है। खैर अब पाकिस्तान ने गधे की खाल के लिए आयात कर को घटाकर 2 प्रतिशत कर दिया है। आपको बता दें कि पाकिस्तान में साल 2022-23 में गधों की संख्या बढ़कर 5.8 मिलियन हो गई है।