आज हम आपको बताने जा रहा है एक ऐसी लड़की के बारे में , जो आधे चेहरे के साथ हुई थी पैदा ! जी हाँ , ये सुनकर आपको थोड़ा अजीब सा लग रहा होगा और आप इसे झूठ समझ रहे होंगे लेकिन ये सच है।
आपको बता दे कि दुनिया में शारीरिक विकृतियों के साथ कई बच्चे पैदा होते हैं। इनमें से जो जीवित रहते हैं उनके लिए डॉक्टर भगवान हो जाता है। इनके शरीर में जो कमी भगवान छोड़ देते हैं, सर्जरी की मदद से उसे डॉक्टर पूरा करते हैं। इसलिए डॉक्टर को भगवान को दूसरा स्वरूप माना जाता है।
बता दे कि एक ऐसा ही मामला स्लोवाकिया से सामने आया है। यहां 30 वर्षीय इवांका डेंसिसोवा गोल्डेनहेर सिंड्रोम से पीडित हैं। आपको बता दें कि यह जन्मजात बीमारी है। इस बीमारी में चेहरे के कई अंग पूरी तरह विकसित नहीं हो पाते है और चेहरा अधूरा रह जाता है। इंवाका के साथ भी कुछ ऐसा ही है।
आपको यह जानकार हैरानी होगी कि वह पिछले 30 सालों से आधे चेहरे के साथ अपनी जिंदगी गुजार रही हैं। कई बार उनके मन ही मन में आत्महत्या करने का ख्याल भी आया, लेकिन इवांका ने हिम्मत नहीं हारी। इवांका अपनी कमजोरी को दुनिया से छुपाकर अपने जीवन के 30 साल गुजार लिए।
ऐसा चेहरा होने के बाद भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और अपनी मेहनत के बल पर आज एक वकील हैं, लेकिन कमी तो कमी ही होती है। अधूरापन इवांका को भी खला और उसने बड़ा फैसला लेकर अब खुद को बदल दिया है।
इवांका अब चाहती हैं कि अपने चेहरे को सही आकार दिया जाए। इसके लिए उन्होंने अमेरिका में सर्जरी करवाई। अब उनकी एक सर्जरी सितंबर में होनी है। जिसके बाद इवांका का चेहरा भी पूरी तरह से बदल जाएगा। अपने आधे चेहरे को छुपाने के लिए इवांका लंबे बाल रखती है और उसे आगे करके चेहरो को ढंकती है। इतने सालों तक उन्होंने इसी तरीके से अपनी शक्ल दुनिया से छुपाए रखी।
ज्ञात रहे कि इवांका को जो बीमारी है वह करीब 25000 बच्चों में किसी एक को होती है। इसमें चेहरे के कान और आंख ज्यादा प्रभावित होते हैं। यह अपने क्रमानुसार बढ़ नहीं पाते। यही नहीं इसकी वजह से हार्ट, किडनी और फेफड़ों पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।
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