नेपाल के राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल की लम्बे इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी नेपाल के 78 वर्षीय राष्ट्रपति के दिल की धड़कन की गति धीमी होने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया जिसके बाद सीने में पेसमेकर लगाने के लिए सर्जरी की गई। डॉक्टरों ने जांच में पाया की राष्ट्रपति को मायोकार्डियल इंफार्क्शन’ है जिसे आम भाषा में दिल का दौरा’ कहा जाता है।बीमार राष्ट्रपति को पहले अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में इलाज के लिए 19 अप्रैल को श्री एयरलाइंस की उड़ान से नई दिल्ली ले जाया गया था।
सीने में पेसमेकर लगाने के लिए सर्जरी
नेपाल के राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल, जिन्हें मनमोहन कार्डियोथोरेसिक वैस्कुलर एंड ट्रांसप्लांट सेंटर में भर्ती कराया गया उन्हें को छुट्टी मिल गई है। राष्ट्रपति की छुट्टी की घोषणा करते हुए, कार्यालय ने यह भी बताया कि बीमार राज्य प्रमुख की स्वास्थ्य स्थिति ‘सामान्य’ है। नेपाल के 78 वर्षीय राष्ट्रपति को दिल की धड़कन धीमी होने के बाद अस्पताल ले जाने के तीन दिन बाद 20 जून को उनके सीने में पेसमेकर लगाने के लिए सर्जरी की गई थी।
राष्ट्रपति अपना इलाज कराकर शीतल निवास लोटे
राष्ट्रपति कार्यालय ने घोषणा की कि 11 दिनों तक सरकारी अस्पताल में रहने के बाद, राष्ट्रपति अपना इलाज कराकर शीतल निवास लौट आए। इससे पहले 13 जून को, सत्तर वर्षीय राष्ट्रपति को ‘दिल का दौरा’ पड़ने के बाद त्रिभुवन यूनिवर्सिटी टीचिंग हॉस्पिटल (टीयूटीएच) के अंदर शहीद गंगालाल नेशनल हार्ट सेंटर में भर्ती कराया गया था। भर्ती होने पर उनकी एंजियोप्लास्टी की गई। जांच के बाद डॉक्टरों ने निष्कर्ष निकाला कि राष्ट्रपति को ‘मायोकार्डियल इंफार्क्शन’ है जिसे आम बोलचाल की भाषा में ‘दिल का दौरा’ कहा जाता है। अस्पताल से लौटने के चार दिन बाद, 17 जून को राष्ट्रपति को फिर से टीयूटीएच ले जाया गया, जो राष्ट्रपति के आधिकारिक निवास, ‘शीतल निवास’ से एक किलोमीटर से भी कम दूरी पर है।