टाइटैनिक के मलबे को देखने के लिए गए पाकिस्तानी अरबपती शहज़ादा दाऊद समेत पांच लोग फंसे हैं। अब ऐसे में पनडुब्बी को ढूंढने में लगी सरकारी एजेंसियों का दावा है कि पनडुब्बी में अब 30 घंटे से भी कम समय की ऑक्सीजन बचा है। बता दें कि रविवार को कनाडा के न्यूफ़ाउंडलैंड तट के नज़दीक टाइटैनिक का मलबा दिखाने गई ये पनडुब्बी ग़ायब हो गई थी।
ओशनगेट के सीईओ स्टॉकटन रश भी फसे
वहीं पाकिस्तानी अरबपती शहज़ादा दाऊद के अलावा उनके बेटे समेत इस पनडुब्बी का संचालन करने वाली कंपनी ओशनगेट के सीईओ स्टॉकटन रश भी शामिल हैं। इसके अलावा फ़्रेंच एक्सप्लोरर पॉल आनरी नार्जेलेट भी इस पनडुब्बी में हैं। पनडुब्बी को ढूंढने में अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां भी शामिल हो गई हैं। वहीं इस पूरे घटनाक्रम पर अमेरिकी कोस्ट गार्ड के प्रवक्ता ने बयान जारी करते हुए कहा है कि ये बचाव अभियान बेहद जटिल है । इसके अलावा अगर पनडुब्बी के लोकेशन पता चल जाता है तो बचाव करना संभव हो पाएगा।
सफर करने के लिए लगते हैं 2 करोड़ से ज्यादा के रकम
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, लापता हुई पनडुब्बी में सफर के लिए एक पर्यटक को 2 करोड़ 28 लाख से ज्यादा की रकम चुकानी होती है. ये यात्रा न्यूफाउंडलैंड के सैंट जॉन्स से शुरू होती है. टाइटैनिक के मलबे तक पहुंचने और वापस आने की संपूर्ण डुबकी में आठ घंटे तक का समय लगता है. इसमें पांच यात्रियों के लिए 96 घंटे की जीवनरक्षक ऑक्सीजन होती है.
अमेरिकी होमलैंड सिक्योरिटी डिपार्टमेंट के मेमो को लेकर रिपोर्ट
पनडुब्बी जहां ग़ायब हुई है वहां से एक ज़ोरदार आवाज़ सुनी गई है जो कई घंटों तक आई.अमेरिकी मीडिया समूह सीएनएन ने मंगलवार की रात के एक मेमो को रिपोर्ट किया है जिसमें कई बार आवाज़ को सुना गया। वहीं न्यूयॉर्क टाइम्स ने रिपोर्ट किया है कि साल 2018 में इस इंडस्ट्री के एक्सपर्ट्स ने ओशनगेट कंपनी की पनडुब्बी टाइटन को लेकर चिंताएं ज़ाहिर की थीं और कंपनी के सीईओ को ख़त लिखा था। इसके अलावा अमेरिकी कोर्ट के दस्तावेज़ के मुताबिक़, ओशनगेट ने साल 2018 में उस पनडुब्बी विशेषज्ञ को नौकरी से निकाल दिया था, जिसने पनडुब्बी की सुरक्षा संबंधी दिक़्क़तों की ओर ध्यान दिलाया था। जिसके बाद उन्होंने एक रिपोर्ट लिखी तो उन्हें गोपनीय जानकारी सार्वजनिक करने के नाम पर नौकरी से निकाल दिया गया था इसके बाद लोख़रिज ने कोर्ट केस किया और फिर इस मुक़दमे को सुलझा लिया गया।