ब्रिटेन में लॉकडाउन समाप्त कि 21 जून की तय समय सीमा को 15 दिनों के लिए और बढ़ा सकती है सरकार - Punjab Kesari
Girl in a jacket

ब्रिटेन में लॉकडाउन समाप्त कि 21 जून की तय समय सीमा को 15 दिनों के लिए और बढ़ा सकती है सरकार

ब्रिटेन के कुछ हिस्सों में कोरोना वायरस के डेल्टा स्वरूप के मामलों में लगातार हो रही वृद्धि के

ब्रिटेन के कुछ हिस्सों में कोरोना वायरस के डेल्टा स्वरूप के मामलों में लगातार हो रही वृद्धि के कारण सरकार लॉकडाउन को पूर्ण रूप से समाप्त करने की 21 जून की तय समय सीमा को 15 दिनों के लिए और बढ़ा सकती है।जानकारों का मानना है कि लॉकडाउन को समाप्त करने से पहले सरकार चाहती है कि देश में 50 से अधिक आयु के सभी लोगों को कोविड रोधी टीके की दोनों खुराक दे दी जाएं। भारत में पहली बार पाए गए कोरोना वायरस के डेल्टा स्वरूप को बेहद संक्रामक माना जा रहा है, जिसके खिलाफ टीके की दूसरी खुराक काफी असरदार साबित हो सकती है।
दैनिक समाचार पत्र द टाइम्स ने ब्रिटेन सरकार के मंत्रिमंडल के सूत्रों के हवाले से बताया कि लॉकडाउन को समाप्त करने की तय समय सीमा को दो सप्ताह से एक महीने के बीच तक बढ़ाया जा सकता है। सरकार के मुख्य चिकित्सा अधिकारी क्रिस व्हिट्टी और मंत्रिमंडल के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार पैट्रिक वालेंस ने भी लॉकडाउन को अभी समाप्त नहीं करने की सलाह दी थी।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने मंत्रिमंडल के अपने सहयोगियों से कहा है कि कोविड-19 के संक्रमण के नए मामलों और मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने के अनुपात में काफी बदलाव आया है, जिसे ध्यान में रखकर ही लॉकडाउन को समाप्त करने का फैसला लिया जाएगा।
सरकार ने ग्रेटर मैनचेस्टर और लंकाशायर सहित उत्तर-पश्चिम इंग्लैंड के कुछ हिस्सों में डेल्टा स्वरूप के मामलों में वृद्धि को देखते हुए इन इलाकों में जांच की संख्या बढ़ाने और टीकाकरण पर जोर दिया है। पब्लिक हेल्थ वेल्स के मुताबिक ब्रिटेन में अब कोरोना वायरस के डेल्टा स्वरूप के 178 मामले हैं। तीन जून से अब तक इसमें 81 नए मामले बढ़े हैं। संक्रमण के मामलों में वृद्धि को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

19 + 8 =

Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।