अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता कायम होने के बाद पहली बार तालिबान का सर्वोच्च नेता हिबतुल्लाह अखुंदजादा कंधार में सार्वजनिक रूप से सामने आया है। अफगानिस्तान की समाचार एजेंसी ने रविवार को सूत्रों के हवाले से इसकी जानकारी दी। एजेंसी के मुताबिक, अखुंदजादा को पांच साल पहले आंदोलन का आध्यात्मिक नेता नियुक्त किया गया था, लेकिन सितंबर में तालिबान की अंतरिम सरकार में उसे शामिल नहीं किया गया।
समाचार एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, तालिबानी नेता ने दारुल उलूम हकीमा स्कूल के विद्यार्थियों को संबोधित किया और कथित तौर पर उन्हें धार्मिक विषयों के बारे में विस्तार से बताया। इस दौरान अखुंदजादा ने राजनीति का जिक्र बिल्कुल नहीं किया। अखुंदजादा के भाषण दिए जाने के दौरान सुरक्षा बलों का स्कूल परिसर के चारों तरफ जोरदार पहरा था।
इस दौरान मीडिया को अंदर आने की इजाजत नहीं दी गई और उनके भाषण दिए जाने के बाद इसका एक ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया नेटवर्क पर जारी कर दिया गया। अगस्त के महीने में तालिबान अफगानिस्तान में सत्ता में आया। सितंबर की शुरुआत में तालिबान ने मोहम्मद हसन अखुंद के नेतृत्व में एक नई सरकार का गठन किया।