श्रीलंका में नए राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के पद संभालने के बाद बुधवार को संसद का पहला सत्र आहूत किया जाएगा। एक आधिकारिक आदेश में मंगलवार को यह जानकारी दी गयी।संसद सत्र के दौरान देश में सामाजिक अशांति को खत्म करने के लिए एक सप्ताह पहले लागू किए गए आपातकाल को मंजूरी दी जाएगी।
रानिल विक्रमसिंघे ने 17 जुलाई को देश में आपातकाल की घोषणा की थी, जब तत्कालीन राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे अपनी सरकार के आर्थिक कुप्रबंधन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन से बचने के लिए श्रीलंका से भाग गए थे।
रानिल विक्रमसिंघे को अंतरिम राष्ट्रपति नियुक्त किया गया
श्रीलंका में अभूतपूर्व सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बीच राजपक्षे के मालदीव और फिर सिंगापुर जाने के बाद रानिल विक्रमसिंघे को अंतरिम राष्ट्रपति नियुक्त किया गया था। राजपक्षे ने सिंगापुर पहुंचने के बाद राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दिया था।संसद ने बुधवार को राजपक्षे के उत्तराधिकारी के तौर पर विक्रमसिंघे को राष्ट्रपति नियुक्त किया। श्रीलंका में पिछले 44 वर्षों में पहली बार संसद ने सीधे तौर पर राष्ट्रपति का निर्वाचन किया।
सरकारी सूत्रों के अनुसार 18 सदस्यीय मंत्रिमंडल का विस्तार कर सर्वदलीय सरकार के गठन को लेकर भी बातचीत चल रही है।गौरतलब है कि श्रीलंका मौजूदा समय में गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है।