व्लादिमीर पुतिन और रेसेप तैयप एर्दोगन ने फोन पर बात की। पुतिन ने कहा कि अगर रूस को मदद मिलेगी और वे सुरक्षित रहेंगे तो वह काला सागर में अनाज समझौते पर दोबारा सहमत होंगे। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने तुर्की समकक्ष रेसेप तैयप एर्दोगन के साथ टेलीफोन पर बातचीत में कहा है कि अगर मॉस्को के हित सुरक्षित रहेंगे तो वह काला सागर अनाज समझौते में वापस आ जाएगा।
बिना समझौते का विस्तार अर्थहीन है
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दोनों नेताओं ने बुधवार को समझौते से रूस के पीछे हटने पर चर्चा की, जिसका उद्देश्य काला सागर बंदरगाहों से यूक्रेनी अनाज और रूसी भोजन और उर्वरकों के निर्यात को सुविधाजनक बनाना था। क्रेमलिन के अनुसार, पुतिन ने एर्दोगन से कहा कि अनाज सौदे के रूसी हिस्से के कार्यान्वयन के बिना समझौते का विस्तार अर्थहीन है।
संपर्क जारी रखने पर सहमति बनी
उन्होंने दोहराया कि समझौते में जैसे ही पश्चिम अपने सभी दायित्वों को पूरा करेगा रूस समझौते में वापस आ जाएगा। दोनों नेताओं ने वैकल्पिक तरीकों पर भी चर्चा की जिससे जरूरतमंद देशों को रूसी अनाज की आपूर्ति की जा सके। दोनों नेताओं की संभावित बैठक की तैयारी सहित विभिन्न स्तरों पर संपर्क जारी रखने पर सहमति बनी।