फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने आपातकालीन मंत्रिपरिषद के साथ बैठक में दंगों पर विचार किया और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। नैनटेरे के सरकारी वकील ने कल इस मुद्दे पर संवाददाताओं से कहा कि घटना में शामिल पुलिसकर्मी ने कहा कि उसने नाहेल को गाड़ी चलाने से रोकने और पैदल चलने वालों का जीवन खतरे में न डालने के लिए गोली मारी थी। इसके अलावा दूसरे पुलिसकर्मी ने कहा कि जब कार चली, तो उन्हें डर लगा क्योंकि वे वाहन के करीब थे और उन्हें कुचले जाने का डर था। इसके अलावा उन्होनें यह भी बताय कि शव परीक्षण से पता चला कि नाहेल की मौत एक ही गोली लगने से हुई थी, जो बांह और सीने से पार हो गई थी।
हथियार का कोई वैध उपयोग नहीं
अभियोजक जनरल पास्कल प्राचे ने गुरुवार को कहा कि हथियार का कोई वैध उपयोग नहीं किया गया था। उन्होंने कहा कि अधिकारी को औपचारिक जांच के तहत रखा गया है। उन्होंने कहा कि जिस पुलिसकर्मी ने नाहेल को गोली मारी थी, अब उस बारे में जांच की जा रही है। गिरफ्तारी का विरोध करने को लेकर नाहेल के खिलाफ भी जांच जारी है। उन्होंने बताया कि कार में तीन लोग सवार थे।
पुलिसकर्मियों ने चालक को रुकने का आदेश दिया
अभियोजक के मुताबिक वाहन चालक ने यातायात नियमों उल्लंघन किया तो पुलिसकर्मियों ने चालक को रुकने का आदेश दिया। जब चालक ने गाड़ नहीं रोकी, तो पुलिसकर्मियों ने उस पर गोली चला दी जिससे नाहेल की मौत हो गयी।
फ्रांस सरकार के प्रवक्ता ओलिवर वेरन ने गुरुवार को कहा कि उनकी संवेदनाएं 17 वर्षीय नाहेल एम के परिवार और दोस्तों तथा पूरे फ्रांस के साथ हैं, जो इस घटना से प्रभावित हुए हैं।
जिम्मेदार व्यक्ति को न्याय के कटघरे में लाया जाए
उन्होंने कहा कि जो कुछ हुआ उसके लिए जिम्मेदार व्यक्ति को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए और यह हमारा गणतंत्र है जो गारंटी देता है कि यदि कोई व्यक्ति दोषी पाया जाता है, तो उसे दंडित किया जाएगा।उल्लेखनीय है कि मंगलवार को यातायात नियम का उल्लंघन करने के आरोप में पुलिस अधिकारी ने नाहेल को गोली मार दी थी। जिससे उसकी मौत हो गयी थी। इसके बाद पूरे देश में हिंसा भड़क उठी और जगह जगह पर प्रदर्शनकारी विरोध प्रदर्शन करके न्याय की मांग कर रहे हैं।