इस्लामाबाद: संयुक्त राष्ट्र में विदेश मंत्रियों की बातचीत से भारत के इनकार के बाद पाकिस्तान बौखला गया है। पाकिस्तान की ये बौखलाटक नए नवेले प्रधानमंत्री इमरान, उनके मंत्रियों से लेकर सेना के अधिकारियों तक में देखने को मिल रही है। पाकिस्तनी सेना के प्रवक्ता आसिफ गूफर भारत को गीदड़भभकी दी है। आसिफ गफूर ने कहा है कि पाकिस्तान किसी तरह के बाहरी हमले का जवाब देने को तैयार है। आसिफ गफूर का यह बयान आम्री चीफ बिपिन रावत के बयान की रिएक्शन में आया है। बता दें भारतीय सेना प्रमुख ने सैनिक के हुई बर्रबरता पर कड़ा संदेश देते हुए कहा था कि पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब देना जरूरी है।
रावत ने कहा कि भारतीय जवानों की बर्बर हत्या का ‘‘बदला’’ लेने के लिए ‘‘कड़ी कार्रवाई’’ की जरूरत है। डॉन अखबार की एक खबर के मुताबिक, एक टीवी को दिए एक साक्षात्कार में पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने कहा कि देश का आतंकवाद से लड़ने का लंबा रिकॉर्ड रहा है और ‘‘हम शांति के लिए कीमत जानते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘शांति के लिए पाकिस्तान की इच्छा को उसकी कमजोरी समझने की भूल नहीं करनी चाहिए। युद्ध तब थोपा जाता है जब आप उसके लिए तैयार नहीं होते लेकिन हम परमाणु संपन्न देश हैं और इसके लिए तैयार हैं।’’
इससे पहले जम्मू कश्मीर में बीएसएफ के एक जवान और तीन पुलिसकर्मियों की बर्बर हत्या पर टिप्पणी करते हुए जनरल रावत ने जयपुर में कहा कि आतंकवादियों और पाकिस्तानी सेना द्वारा भारतीय सैनिकों के साथ बर्बरता किए जाने का बदला लिए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवादियों व पाकिस्तानी सेना द्वारा हमारे सैनिकों के खिलाफ बर्बरतापूर्ण कार्रवाई का बदला लेने के लिए हमें कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है। उन्हें उन्हीं के तरीके से जवाब दिए जाने का समय है लेकिन वैसी ही बर्बरता अपनाने की जरूरत नहीं। मुझे लगता है कि दूसरे पक्ष को भी वही दर्द महसूस होना चाहिए।’’
पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा बीएसएफ जवान की हत्या करने के भारत के दावे को खारिज करते हुए गफूर ने कहा, ‘‘हमने पिछले दो दशकों में शांति कायम करने के लिए संघर्ष किया है। हम कभी किसी सैनिक का अपमान करने के लिए कुछ नहीं कर सकते।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने (भारत) पूर्व में भी हम पर एक जवान के शव को क्षत विक्षत करने का आरोप लगाया था। हमारी सेना पेशेवर है। हम कभी ऐसे काम नहीं करते।’’
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘पाकिस्तानी सेना युद्ध के लिए तैयार है लेकिन हमने पाकिस्तान, पड़ोसियों और क्षेत्र के लोगों के हित में शांति की राह पर चलना पसंद किया है। गफूर ने कहा कि भारतीय सेना अपने घरेलू मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए ‘‘गैर जिम्मेदाराना’’ बयान दे रही है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत सरकार अपने देश में भ्रष्टाचार के मामलों से जूझ रही है। अपने घरेलू मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश में भारतीय सेना युद्ध के गैर जिम्मेदाराना बयान दे रही है।’’
दोनों देशों की सेनाओं के बीच वाकयुद्ध तब शुरू हुआ जब एक दिन पहले भारत ने इस महीने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के इतर पाकिस्तान के साथ विदेश मंत्री स्तर की वार्ता रद्द कर दी। गफूर ने कश्मीरी आतंकवादी बुरहान वानी तथा अन्य का महिमामंडन करने वाले डाक टिकट जारी करने का बचाव करते हुए कहा, ‘‘संयुक्त राष्ट्र ने मानवाधिकार उल्लंघन की रिपोर्ट जारी की थी जिसके बाद तत्कालीन अंतरिम सरकार ने कश्मीरियों की दुर्दशा को रेखांकित करते हुए उन टिकटों को जारी किया था।’’ उन्होंने बताया कि भारत को वार्ता के लिए आगे आना चाहिए। गफूर ने कहा, ‘‘जब भी वार्ता की कोशिशें विफल होती हैं तो यह इसलिए होता है कि भारत बातचीत की मेज से भागता है।’’