अफगानिस्तान और वहा के नागरिक की हालत दिन – प्रतिदिन ख़राब होती जा रही है। कुछ दिनों पहले रुसी मंत्री ने अफगानिस्तान को आंतकवाद का केंद्र बनने का इशारा दिया था। अफगानिस्तान में तालिबानियों के भय से बहुत से लोगो ने दूसरे देशो में शरण ली थी लेकिन जिस देश में शरण ली वो भी अब हाथ खड़े करने लगे, हैरत की बात तो देखो जो पाकिस्तान देश खुद दो वक्त की रोटी को मोहताज है वो भी अफगानिस्तान के नागरिको को शरण दे रहा है। अब अफ़ग़ानिस्तान के लोग अपने देश वापस आ रहे है।
सैकड़ों अफगान शरणार्थी पाकिस्तान से लौटे
एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले महीने में 74,000 से अधिक अफगान प्रवासी सिल्क रोड क्रॉसिंग पॉइंट के माध्यम से ईरान से देश लौट आए हैं। प्रांत के शरणार्थियों और प्रत्यावर्तन के प्रांतीय प्रमुख, मावलवी अब्दुल्ला रियाज़ ने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों में 1,106 परिवारों और 69,259 व्यक्तियों सहित कम से कम 74,360 लोग ईरान से देश लौट आए हैं। इसके अलावा, पिछले कुछ दिनों में सैकड़ों अफगान शरणार्थी भी पाकिस्तान से लौटे हैं।पिछले कुछ दिनों में 230 अफगान परिवार तोरखम क्रॉसिंग पॉइंट के माध्यम से पाकिस्तान से लौटे हैं।
हजारों अफगान परिवार पड़ोसी देशों ईरान और पाकिस्तान में
शरणार्थियों के साथ पाकिस्तान और ईरान सही व्यवहार नहीं कर रहे थे जिस वजह से उन्हें काफी समस्यो का सामना करना पड़ रहा था जिसमे रोजगार की समस्या प्रमुख रूप से सबके सामने थे। अगस्त 2021 में पूर्व अफगान सरकार के पतन के बाद, तालिबान द्वारा मौत की धमकियों और उत्पीड़न के डर से हजारों कमजोर अफगान परिवार पड़ोसी देशों ईरान और पाकिस्तान में चले गए। ये अफगान शरणार्थी अब मेजबान देशों में गंभीर चुनौतियों से पीड़ित हैं, जिनमें मनमानी हिरासत, दुर्व्यवहार, कारावास और बलपूर्वक निर्वासन शामिल है।