रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध अपनी चरम शिखर पर पहुंच चुका हैं। हालांकि, युद्ध के दौरान ही यूक्रेन से ही स्थानीय लोगों की पलायन शुरू हो गया था जिससे की भारत सरकार ने ऑपरेशन गंगा के तहत अधिकतर छात्रों को अपने वतन पहुंचाने के लिए अधिक प्रयास किये । जिससे की अधिकतर हजारों छात्र अपने परिवार वालों से मिल सकें। इसी बीच नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने शनिवार को युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे नेपाली नागरिकों को निकालने के लिए अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया।
देउबा ने पीएम नरेंद्र मोदी का किया धन्यवाद
नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने शनिवार को युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे नेपाली नागरिकों को निकालने के लिए अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया। देउबा ने ट्विटर पर कहा, चार नेपाली नागरिक अभी-अभी भारत के रास्ते यूक्रेन से नेपाल पहुंचे हैं। ऑपरेशन गंगा के माध्यम से नेपाली नागरिकों को वापस लाने में सहायता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार को धन्यवाद।
Four Nepali nationals have just arrived in Nepal from Ukraine via India.Thank you Prime Minister @narendramodi and the Government of India for the assistance in repatriating Nepali nationals through the #OperationGanga.— Sher Bahadur Deuba (@SherBDeuba) March 12, 2022
नेपाल ने भारत से मांगी थी मदद
जानकारी के मुताबिक, भारत अब तक यूक्रेन से छह नेपाली नागरिकों को निकाल चुका है।नेपाल ने अपने फंसे हुए नागरिकों को निकालने के लिए भारत सरकार से सहायता मांगी थी।यूक्रेन के पड़ोसी देशों की सीमाओं के जरिए भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए नई दिल्ली में केंद्र सरकार द्वारा ‘ऑपरेशन गंगा’ अभियान 22 फरवरी को शुरू हुआ था।
75 विशेष नागरिक उड़ानों द्वारा एयरलिफ्ट किए गए
8 मार्च तक करीब 18,000 भारतीयों को विशेष उड़ानों के जरिए वापस लाया जा चुका है। 75 विशेष नागरिक उड़ानों द्वारा एयरलिफ्ट किए गए भारतीयों की संख्या 15,521 हो गई है।
भारतीय वायु सेना ने ऑपरेशन गंगा के हिस्से के रूप में 2,467 यात्रियों को वापस लाने के लिए 12 मिशन उड़ानें संचालित की थी और इसके विमान अपने साथ 32 टन से अधिक राहत सामग्री भी लेकर गए थे।
नागरिक उड़ानों में, 4,575 यात्रियों को बुखारेस्ट से 21 उड़ानों द्वारा, 1,820 को सुसेव से नौ उड़ानों द्वारा, 5,571 को बुडापेस्ट से 28 उड़ानों द्वारा, 909 लोगों को कोसिसे से पांच उड़ानों द्वारा, रेजजो से 11 उड़ानों द्वारा 2,404 लोगों को और एक उड़ान के जरिए कीव से 242 व्यक्तियों को लाया जा चुका है