निकासी के लिए सुरक्षित नहीं कोई मानवीय गलियारा, यूक्रेन बोला- रूसी सेना के कारण अधर में लटका अभियान - Punjab Kesari
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निकासी के लिए सुरक्षित नहीं कोई मानवीय गलियारा, यूक्रेन बोला- रूसी सेना के कारण अधर में लटका अभियान

देश छोड़ने की कोशिश कर रहे यूक्रेन के हजारों नागरिकों को रूसी बमबारी से शरण लेने के लिए

देश छोड़ने की कोशिश कर रहे यूक्रेन के हजारों नागरिकों को रूसी बमबारी से शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। यूक्रेन के अधिकारियों ने कीव के उपनगरों में निकासी के विफल प्रयासों के दौरान स्थिति को ‘‘विनाशकारी’’ बताया। वहीं, दोनों तरफ के अधिकारियों के सोमवार को तीसरी दौर की बातचीत करने की योजना है। यूक्रेन के दूसरे बड़े शहर खारकीव में रूस के रॉकेट हमले से एक कार क्षतिग्रस्त हो गयी और एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गयी। यूक्रेनी अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को अंधेरा छाने के साथ गोलीबारी और तेज हो गयी।
वोलोदिमिर जेलेंस्की ने लोगों से सड़कों पर उतरने का किया अनुरोध
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने लड़ने का आह्वान करते हुए लोगों से ‘‘हमारी जमीन, हमारे शहरों से इस दुश्मन को खदेड़ने’’ के लिए सड़कों पर उतरने का अनुरोध किया। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि मॉस्को के हमलों को रोका जा सकता है ‘‘अगर कीव शत्रुतापूर्ण कार्रवाई बंद कर दें।’’ रूस के हमले तेज होने के साथ ही दक्षिणी बंदरगाह शहर मारियुपोल में लड़ाई से थोड़ी देर के लिए मिली राहत पल भर में गायब हो गयी। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि अन्य बड़े शहरों में रिहायशी इलाकों में भारी तोपें दागी गयीं।
रूसी सेना तय करती है बमबारी का समय और स्थान 
गृह मंत्रालय के सलाहकार एंटोन ग्रेराश्नेको ने ‘टेलीग्राम’ पर कहा, ‘‘कोई ‘सुरक्षित गलियारा’ नहीं हो सकता, क्योंकि केवल रूसी लोगों का बीमार दिमाग ही यह तय करता है कि कब और किस पर गोलीबारी करनी है।’’ ईसाई धर्म में ‘क्षमा देने’ के तौर पर मनाए जाने वाले ‘फारगिवनेस संडे’ पर जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन अपने घरों पर बमबारी, निहत्थे लोगों की हत्या और अपने बुनियादी ढांचों के विनाश को कभी नहीं भूलेगा। इस युद्ध में मृतकों की संख्या अभी स्पष्ट नहीं है। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि उसने कुछ सैकड़ों नागरिकों की मौत की ही पुष्टि की है लेकिन उसने आगाह किया कि यह संख्या कहीं अधिक हो सकती है।
रूसी सेना ने समय से पहले बंद किया गलियारा 
यूक्रेन के अधिकारियों ने बताया कि मारियुपोल में भोजन, पानी, दवा और लगभग सभी अन्य सामान की भारी किल्लत हो गयी है, जहां रूसी और यूक्रेनी सेनाओं ने 11 घंटे के संघर्ष विराम पर सहमति जतायी थी जिससे नागरिकों को बाहर निकलने और घायलों को बचाने की अनुमति मिलेगी, लेकिन रूसी हमलों ने जल्द ही मानवीय गलियारा बंद कर दिया। ‘इंटरनेशनल कमिटी ऑफ रेड क्रॉस’ ने अनुमान जताया कि 2,00,000 लोग मारियुपोल से भागने की कोशिश कर रहे हैं। मानवीय गलियारा बंद होने से पहले शहर छोड़ चुके कुछ निवासियों ने कहा कि मारियुपोल बर्बाद हो गया है।लगातार 

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