अफगानिस्तान में तालिबान ने इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत के युद्ध मंत्री और सैन्य प्रमुख को ढेर कर दिया है। यह तालिबान के लिए एक बड़ी जीत थी क्योंकि इसका मतलब था कि ISKP की सैन्य ताकत कम हो गई थी।
खुरासान डायरी में प्रकाशित की जाएगी
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि कारी फतेह सोमवार को काबुल में एक अभियान में मारा गया। इसके साथ ही उन्होंने दो अन्य साथियों इस्लामिक स्टेट हिंद प्रांत (आईएसएचपी) के एजाज अहमद अहंगर और कारी फतेह की मौत की पुष्टि की। कारी फतेह इस्लामिक स्टेट ऑफ खुरासान (ISKP) के लिए एक रणनीतिकार था, और उसने हाल ही में काबुल में रूस, पाकिस्तान और चीन के दूतावासों पर हमला करने की साजिश रची थी। कारी फतेह के बारे में अधिक जानकारी आने वाले दिनों में खुरासान डायरी में प्रकाशित की जाएगी।
तालिबान दूसरे देशों के तालिबान से संबंध खत्म करना चाहता है?
तालिबान सरकार ने अफगानिस्तान में भारत, चीन और ईरान के दूतावासों पर ऐसे समय में आतंकवादी हमले का आदेश दिया जब हाल ही में संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि इस्लामिक स्टेट इन इराक एंड खुरासान (ISIL-K) ने इन दूतावासों पर आतंकवादी हमलों की धमकी दी है। ISIL-K के पास लगभग 1000-3000 लड़ाके हैं, जिनमें से लगभग 200 मध्य एशिया में हैं। हालांकि, कुछ देशों का मानना है कि यह संख्या बहुत अधिक है, 6000 तक। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में आईएसआईएल की धमकियों का खुलासा हुआ था, और तालिबान यह चित्रित करना चाहता है कि आईएसआईएल अफगानिस्तान में सुरक्षा प्रदान करने में विफल रहा है। ऐसे में दूतावासों को निशाना बनाकर तालिबान दूसरे देशों के तालिबान से संबंध खत्म करना चाहता है।