अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने शुक्रवार को अपने भारतीय समकक्ष एस. जयशंकर से फोन पर बात की और द्विपक्षीय सम्बंधों को और मजबूत बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में भारत, अमेरिका का एक महत्वपूर्ण साथी है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि ब्लिंकेन ने जयशंकर से भारत-अमेरिका के बढ़ते सम्बंधों को और मजबूत बनाने पर बात की।
साथ ही उन्होंने कोविड टीकाकरण के प्रयासों, क्षेत्रीय विकास और द्विपक्षीय सम्बंधों को प्रगाढ़ बनाने के विभिन्न उपायों पर भी चर्चा की। प्राइस ने कहा कि दोनों नेताओं ने वैश्विक विकास की दिशा में परस्पर सहयोग बढ़ाने पर भी सहमति जताई। इस वार्ता के बाद जयशंकर ने अपने ट्वीट संदेश में कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्री के साथ बातचीत बेहद अच्छी रही। अमेरिका के नए विदेश मंत्री का पदभार ग्रहण पर मैंने उन्हें बधाई दी। भविष्य में भी उनके साथ काम करने को तत्पर हूं। हमने इस बात पर सहमति जताई कि हम परस्पर सहयोग के साथ द्विपक्षीय सम्बंधों की बुनियाद और मजबूत बना सकते हैं।
हम लोगों ने कोविड महामारी से लड़ने के लिए विभिन्न प्रयासों एवं उपायों पर भी बात की। गौरतलब है कि वर्ष 2015 में जब ब्लिंकेन उप विदेश मंत्री थे और जयशंकर विदेश सचिव थे, तो उस वक्त दोनों की मुलाकात नई दिल्ली में हुई थी। प्राइस ने बताया कि दोनों नेता बहुत जल्द एक-दूसरे से मिलने को तत्पर हैं। प्रवक्ता ने बताया कि इस बातचीत में ब्लिंकेन ने क्वॉड (भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान) के माध्यम से क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाने के लिए साथ मिलकर काम करने के महत्व पर जोर दिया।
क्वॉड चार देशों – भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान का एक समूह है। उल्लेखनीय है कि इन दोनों नेताओं की वार्ता से पूर्व बुधवार को भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल और उनके अमेरिकी समकक्ष जेक सुलिवान के बीच बातचीत हुई थी। दोनों ने भी हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में परस्पर सहयोग जारी रखने और क्षेत्रीय सुरक्षा बढ़ाने के विषय पर बात की थी।