पाक प्रधानमंत्री इमरान खान ने सोमवार को राष्ट्र को संबोधित करते हुए एक बार फिर कश्मीर का राग अलापा। इमरान खान ने संबोधन में कहा कि आज हम एक ऐसे पायदान पर आ खड़े हुए हैं जहां कश्मीर पर निर्णय लेने की जरूरत है।
बौखलाए पाक ने भारत को कश्मीर मुद्दे पर परमाणु हमले की धमकी देते हुए कहा कि, हम कश्मीर के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।
इमरान खान ने कहा कि मैंने भारत से कहा था कि कश्मीर मामले का हल बातचीत से निकलेगा। लेकिन पड़ोसी देश कभी बातचीत के लिए तैयार नहीं हुआ। जब भी हमने कश्मीर पर बात करनी चाही, वे सिर्फ आतंकवाद का राप अलापते रहे। इसके बाद भारत में चुनाव आ गए जिसमे हमने उनके पाकिस्तान विरोधी अभियानों को बखूबी देखा।
इमरान खान ने भारत को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर घेरने की बात कहते हुआ कहा कि हमने विश्व के सभी प्रमुख देशों से इस संबंध में बातचीत की है। यूनाइटेड नेशन में 1965 के बाद पहली बार कश्मीर मामले पर चर्चा हुई। विदेशी मीडिया ने भी इस मुद्दे पर चर्चा की है।
इमरान ने अपने बयान में कहा कि मैं 27 सितंबर को यूएन के जनरल असेंबली में कश्मीर मुद्दे पर चर्चा करूंगा और वैश्विक मंच पर कश्मीर मामले को उठाऊंगा।
इमरान खान ने भारत पर ऊँगली उठाते हुए कहा कि हमने भारत से कहा था कि आप एक कदम बढ़ाओ, हम दो कदम बढ़ाने के लिए तैयार हैं। कश्मीर विवाद द्विपक्षीय है, जिसे केवल बातचीत से ही सुलझाया जा सकता है।
इमरान खान ने पीएम मोदी की ओर इशारा करते हुए कहा कि 5 अगस्त को कश्मीर पर लिया गया फैसला जवाहर लाल नेहरू के कश्मीरियों के साथ किए गए वादे से मुकर जाना है। खान ने कहा कि कश्मीर से 370 हटाकर नरेंद्र मोदी ने बहुत बड़ी गलती कर दी है।
इमरान खान ने भारत को गीदड़ भभकी देते हुए कहा कि हम दोनों के पास परमाणु हथियार हैं, अगर मामला युद्ध तक जाता है, तो इससे पूरे विश्व पर प्रभाव पड़ेगा। अगर भारत – पाकिस्तान के बीच युद्ध होता है, तो इसके लिए सम्पूर्ण विश्व जिम्मेदार होगा।