5 साल के बाद बढ़ी हथियारों की वैश्विक बिक्री - Punjab Kesari
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5 साल के बाद बढ़ी हथियारों की वैश्विक बिक्री

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स्टॉकहोम अंतर्राष्ट्रीय शांति अनुसंधान संस्थान (एसआईपीआरआई) के मुताबिक, बढ़ रहे भूराजनीतिक तनाव के बीच पांच वर्षो में पहली बार 2016 में हथियारों की वैश्विक बिक्री में वृद्धि हुई।

सीएनएन ने एसआईपीआरआई की रविवार रात को जारी आधिकारिक रिपोर्ट के हवाले से बताया कि विश्व के 100 सबसे बड़े हथियार उत्पादकों की बिक्री 1.9 फीसदी बढ़ गई और पिछले साल के मुकाबले यह 374.8 अरब डॉलर तक पहुंच गई।

उन्होंने कहा, ‘हथियारों की बिक्री में इजाफा उम्मीदों के मुताबिक रहा और इसकी वजह नए राष्ट्रीय हथियार कार्यक्रमों का लागू होना, कई देशों में चल रहे सैन्य अभियान और क्षेत्रीय तनाव रहा।’दक्षिण कोरिया की हथियार उत्पादक कंपनियों ने अन्य विकसित देशों की तुलना में अधिक हथियारों का निर्माण किया। दक्षिण कोरिया द्वारा हथियारों पर किया जा रहा खर्च उत्तर कोरिया से उसके संभावित संघर्ष का नतीजा है।

दक्षिण कोरियाई कंपनियों की 2016 में बिक्री 20 फीसदी से अधिक बढ़कर 8.4 अरब डॉलर रही। रिपोर्ट के मुताबिक, बिक्री के इन आंकड़ों में उपभोक्ता खरीद भी शामिल है। राष्ट्रीय सरकारें हथियारों की सबसे बड़ी खरीदारी रही हैं।

विश्व की सबसे बड़ी हथियार उत्पादक कंपनी अमेरिका की कंपनी लोकहीड मार्टिन की 2016 में बिक्री एफ-35 लड़ाकू विमानों की बढ़ रही मांग और हेलीकॉप्टर निर्माण कंपनी सिकोरकाई के अधिग्रहण की वजह से 11 फीसदी बढ़ी है।

एसआईपीआरआई के हथियार एवं सैन्य खर्च कार्यक्रम के निदेशक ऑड फ्ल्यूरेंट ने कहा कि हथियारों को लेकर अमेरिका की विकास दर ऐसे ही जारी रह सकती है।
सीएनएन ने रिपोर्ट के हवाले से बताया कि रूस की कंपनियों की बिक्री 3.8 फीसदी बढ़कर 26.6 अरब डॉलर रही।

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