पाक के इस्लामाबाद सहित कुछ शहरों में प्रदर्शनकारियों के बवाल की खबरें हैं. कराची और इस्लामाबाद में इस वक्त भी प्रदर्शन कर रहे हैं। आपको बता दे कि पाकिस्तान में तहरीक-ए-लब्बैक (टीएलपी) या रसूल अल्लाह नाम के इस्लामिक संगठन के 20 दिन से जारी धरने को खत्म कराने के लिए शनिवार सुबह प्रदर्शनकारियों पर सुरक्षाबलों की कार्रवाई से इस्लामाबाद में हंगामा बरपा हुआ है।
तहरीक-ए-लबैक के समर्थकों को हटान के लिए पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने जमकर लाठियां बरसाई। पुलिस ने बड़ी संख्या में भीड़ को तीतर-बीतर करने के लिए आंसू गैस के गोले बरसाए। इसके साथ ही पुलिस ने आस-पास के दर्जनों प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार भी किया है। पिछले 20 दिनों से डटे ये प्रदर्शनकारी हटने को तैयार ही नहीं थे।
प्रदर्शन खत्म करने के लिए 8500 स्पेशल पुलिस के जवान लगाए गए हैं। इन्हें इलाइट पुलिस कहा जाता है। कम से कम 150 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. करीब 67 लोग घायल हुए हैं इसमें 27 आम लोग हैं और कई पुलिस के जवान भी हैं। जिसके बाद कोर्ट में एक याचिका लगाई गई जिसमें कहा गया कि इससे आम जीवन बाधित हो रहा है। जिसके बाद पुलिस को कोर्ट ने आदेश दिया था कि वो इस विरोध को रोके।
आधी रात को समयसीमा समाप्त होने के बाद पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने इन प्रदर्शनकारियों के खिलाफ अभियान शुरू किया। आंसू गैस के गोलों से आस-पास कुछ दिखाई नहीं दे रहा है। टेलीविजन फुटेज से पता चलता है कि पुलिस उस जगह का नियंत्रण लेने की कोशिश कर रही है। ये प्रदर्शनकारी पैगम्बर मुहम्मद के गलत संदर्भ दिए जाने पर कानून मंत्री को हटाने की मांग कर रहा था।
वही , पाकिस्तान के अधिकारियों ने राजधानी इस्लामाबाद में कट्टरपंथी प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस और अर्धसैनिक बलों के अभियान के दौरान निजी टेलीविजन चैनलों को आज बंद करने का आदेश दिया है।
मीडियो रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया नियमन प्राधिकरण ने सुरक्षा बलों के अभियान का के सीधा प्रसारण को मीडिया नियमन का उल्लंघन करार देते हुए निजी समाचार चैनलों के प्रसारण पर रोक लगा दी है। सरकारी चैनल पाकिस्तान टेलीविजन का प्रसारण जारी है लेकिन उस पर राजनीतिक परिचर्चा का टॉक शो प्रसारित किया जा रहा है।
पाकिस्तानी पुलिस ने पिछले दो सप्ताह से अधिक समय से इस्लामाबाद का मुख्य मार्ग अवरुद्ध करने वाले कट्टरपंथी प्रदर्शनकारियों को जब हटाने का प्रयास किया तो वे उन पर पथराव करने लगे। उन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और पानी की बौछारें की। इस अभियान के दौरान अब तक एक पुलिसकर्मी की मौत हुई है और 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं। टेलीविजन चैनल इस कार्रवाई का सीधा प्रसारण कर रहे थे।