अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस्राइल में अमेरिका के दूतावास को तेल अवीव से यरुशलम ले जाने के फैसले के बाद अब ग्वाटेमाला के राष्ट्रपति ने कहा है कि मध्य अमेरिका का यह देश इस्राइल में स्थित अपने दूतावास को यरुशलम ले जाएगा। इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात करने के बाद ग्वाटेमाला के राष्ट्रपति जिमी मोरालेज ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा, ग्वाटेमाला के दूतावास को यरुशलम ले जाना सबसे बड़े विषयों में से एक था। मौजूदा समय में यह दूतावास तेल अवीव में है।
मोरालेज ने लिखा, इस वजह से मैं आपको सूचना दे रहा हूं कि मैंने विदेश मंत्रालय को निर्देश दिए हैं कि वह दूतावास को यरुशलम ले जाने के लिए संबंधित आवश्यक प्रक्रिया शुरू करें। ग्वाटेमाला के नेता ने यह घोषणा क्रिसमस की पूर्व संध्या पर की है। ट्रंप द्वारा यरुशलम को इस्राइल की राजधानी के रूप में मान्यता देने के फैसले को संयुक्त राष्ट्र के दो-तिहाई सदस्य देशों ने तीन दिन पहले खारिज कर दिया था।
कुल 128 देशों ने इस अंतरराष्ट्रीय सहमति के पक्ष में वोट दिया था कि यरुशलम के भविष्य का फैसला इस्राइल और फलस्तीन के बीच शांति वार्ता के जरिए होगा। सिर्फ आठ देशों ने संयुक्त राष्ट्र के आम सभा में पेश किए गए प्रस्ताव को नकारते हुए अमेरिका के पक्ष में वोट दिया था। इन देशों में ग्वाटेमाला और होंडुरास थे।
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