पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की गठबंधन सरकार नेशनल असेंबली भंग कर देश में आम चुनाव कराने की ओर बढ़ रही है। सरकार के सूत्रों के अनुसार, नेशनल असेंबली का अंतिम सत्र शुक्रवार से शुरू होने की सम्भावना है, जिसके दौरान कुछ महत्वपूर्ण बिल लाये जाएंगे और सांसद अपना-अपना विदाई भाषण देंगे। नेशनल असेंबली सचिवालय के एक सूत्र ने कहा, विधानसभा भंग होने तक सत्र जारी रहेगा। सूत्र ने यह भी पुष्टि की कि सत्र का एजेंडा मंजूरी के लिए राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को भेजे जाने की संभावना है।
सरकार के सूत्र ने पुष्टि की, महत्वपूर्ण चुनाव सुधार विधेयक 24 जुलाई को नेशनल असेंबली में पारित किया जाएगा और 26 जुलाई को (निचले और ऊपरी सदन की मंजूरी के बाद) विधेयक को मंजूरी के लिए राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा। यह महत्वपूर्ण घटनाक्रम ऐसे समय में आया है जब शरीफ और उनके मंत्रिमंडल के अन्य शीर्ष मंत्रियों ने इस बात पर जोर दिया है कि नेशनल असेंबली के कार्यकाल में कोई विस्तार नहीं होगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि दो प्रांतीय विधानसभाओं को नेशनल असेंबली से कुछ दिन पहले भंग किया जा सकता है। राजनीतिक दलों को चुनाव प्रचार के लिए अतिरिक्त 30 दिन का समय दिया जायेगा।
कानून मंत्री आजम नजीर तरार ने कहा, “नेशनल असेंबली के कार्यकाल में कोई विस्तार नहीं होगा। यह अपना कार्यकाल पूरा कर रही है। हमने नेशनल असेंबली को समय से पहले भंग करने का विकल्प भी खुला रखा है। विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने भी कहा है कि आगामी आम चुनाव के बाद देश राजनीतिक स्थिरता की ओर बढ़ेगा, जिसका वित्तीय स्थिरता पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा, मैं आशावादी हूं कि समय पर चुनाव कराने के बाद हम राजनीतिक स्थिरता की ओर लौट सकेंगे। आम चुनाव होने के बाद देश राजनीतिक स्थिरता की ओर बढ़ेगा।”