मिस्र के विदेश मंत्री डॉ. बद्र अब्देलती 6-7 फरवरी को भारत की यात्रा पर आएंगे। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मिस्र के विदेश मंत्री 6 फरवरी की सुबह नई दिल्ली पहुंचेंगे और बाद में राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे। इसके बाद वह राजघाट पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। हैदराबाद हाउस में विदेश मंत्री एस जयशंकर से मिलेंगे और कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करेंगे। यह यात्रा 7 फरवरी की सुबह उनके प्रस्थान के साथ समाप्त होगी।
प्राचीन काल से ही घनिष्ठ संपर्क
मिस्र की राजधानी काहिरा में भारतीय दूतावास के अनुसार, दुनिया की दो सबसे पुरानी सभ्यताओं भारत और मिस्र ने प्राचीन काल से ही घनिष्ठ संपर्क का इतिहास है। आधुनिक समय में, महात्मा गांधी और साद ज़घलौल ने अपने देशों की स्वतंत्रता पर समान लक्ष्य साझा किए है। यह एक ऐसा रिश्ता था जो राष्ट्रपति नासिर और प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू के बीच एक असाधारण घनिष्ठ मित्रता में बदला था हुआ, जिससे 1955 में दोनों देशों के बीच मैत्री संधि हुई थी।
संयुक्त घोषणा 18 अगस्त 1947
राजदूत स्तर पर राजनयिक संबंधों की स्थापना की संयुक्त घोषणा 18 अगस्त 1947 को की गई थी। दोनों देशों ने बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग किया और 1961 में गुटनिरपेक्ष आंदोलन के संस्थापक सदस्य थे। 1980 के दशक से भारत से मिस्र की पांच प्रधानमंत्रियों की यात्रा हुई है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति सितंबर 2015 में न्यूयॉर्क में यूएनजीए के दौरान और सितंबर 2017 में ज़ियामेन में 9वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान भी मिल चुके हैं।