एक तरफ जहां चीन अपनी सेना को और मजबूत और आधुनिक बनाने में लगा हुआ है, वहीं दूसरी ओर उसने समुद्र में पुल बनाया है। इसे दुनिया का सबसे लंबा पुल बताया जा रहा है।
चीन के इंजीनियरों ने दुनिया के आठवां अजूबा बना दिया है। यह अजूबा है दुनिया का सबसे लंबा समुद्री पुल है जो हांगकांग, मकाऊ और मेनलैंड चीन को जोड़ रहा है। इस पुल की खासियत ये है कि पुल के साथ स्नैकिंग सड़क क्रॉसिंग और एक सुरंग भी बनाया गया है। वैसे इस पुल का उद्घाटन 2017 में कर दिया गया था लेकिन इसे आम लोगों के लिए अभी तक खोला नहीं गया है।
ऐसा माना जा रहा है इस पुल के खोले जाने के बाद हांग-कांग से झुहाई के बीच का ट्रेवल टाइम भी कम हो जाएगा। हांग कांग से झुहाई जाने में अभी 3 घंटे लगते हैं जो 30 मिनट में सिमट जाएगा। इसमें एक अंडरवाटर टनल भी तैयार की गई है जिसे इस निर्माण कार्य का सबसे जटिल हिस्सा बताया गया है।
इस पुल का निर्माण करीब सात सालों में हो सका है। जानकारी के मुताबिक इस पुल को तैयार करने में 60 एफिल टावर के बराबर स्टील की मात्रा यानी कि 420,000 टन स्टील का इस्तेमाल किया गया है।
यह पुल छह लेन चौड़ा है और ये हांगकांग, मकाउ और चीन को जोड़ता है। बता दें कि दुनिया का यह सबसे लंबा पुल पानी के भीतर सुरंग से होकर भी गुजरेगा और उस सुरंग की लंबाई 6.7 किमी है। जानकारी के मुताबिक इस सुरंग को बनाने में करीब 80,000 टन पाइप्स का इस्तेमाल किया गया है।
हालांकि इस पुल को बनाये जाने में कितना खर्च आया है, इसका पता अभी तक नहीं चल पाया है, लेकिन कुछ अफवाहों की मानें तो इसके निर्माण में करीब 1,510 करोड़ डॉलर खर्च किया गया है। यह पुल चीन की पर्ल नदी पर बनाया गया है। बता दें कि इस पुल का उद्घाटन साल 2017 में ही कर दिया गया था, लेकिन आम नागरिकों के लिए इसे अब चालू किया गया है।
पुल प्रोजेक्ट के मैनेजर गाओ जिनलिंग ने कहा कि इतना लंबा पुल तैयार करने के लिए उन्होंने कई रात काम किया। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा समय और मेहनत पानी के भीतर सुरंग तैयार करने में लगा, उन्होंने बताया कि वह कई रातों तक सो नहीं पाए क्योंकि निर्माण कार्य के दौरान बहुत सी परेशानियां आती रहती थीं।
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