डोकलाम मुद्दे पर कोई समझौता नहीं करेगा चीन : PLA विश्लेषक - Punjab Kesari
Girl in a jacket

डोकलाम मुद्दे पर कोई समझौता नहीं करेगा चीन : PLA विश्लेषक

NULL

भारत चीन सीमा पर तनातनी बनी हुई है जहां डोकलाम का मुद्दा गरमाता जा रहा है । आपको बता दे कि डोकलाम मुद्दे को लेकर भारत और चीन की सेना के बीच विवाद अभी जारी है । चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के शीर्ष विश्लेषकों ने कहा है कि चीन डोकलाम गतिरोध समाप्त करने को लेकर कोई ”समझौता ”नहीं करेगा और उन्होंने प्रोपेगेंडा का सिलसिला जोरदार तरीके से शुरू करते हुए यहां भारतीय मीडिया को यह बताने की कोशिश की कि भारत ने डोकलाम में सैन्य बलों को भेजकर चीन के संकल्प का ”गलत आकलन ”किया है।

Indo China Border5 2

भारत और चीन के बीच पिछले 50 दिनों से सिक्किम सेक्टर के डोकलाम इलाके में गतिरोध जारी है। डोकलाम में भारतीय बलों ने चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) को सड़क का निर्माण करने से रोका था जिसके बाद यह गतिरोध शुरू हुआ।

Indo China Border1 2

चीन ने दावा किया कि वह अपने क्षेत्र में सड़क का निर्माण कर रहा था। वह डोकलाम से भारतीय बलों के तत्काल पीछे हटने की मांग कर रहा है। भूटान का कहना है कि डोकलाम उसका हिस्सा है जबकि चीन इस क्षेत्र पर अपनी संप्रभुता का दावा करता है। चीन ने दावा किया है कि डोकलाम को लेकर भूटान का चीन से कोई विवाद नहीं है।

Indo China Doklam2 2

शीर्ष चीनी विशेषज्ञों एवं दक्षिण एशियाई विद्वानों ने मीडिया के साथ बातचीत में कहा कि चीन सरकार, उसके लोग एवं सेना डोकलाम में भारत की ”खतरनाक ” गतिविधि को लेकर ”नाराज” हैं।

Indo China2

वरिष्ठ कर्नल झोउ बो ने कहा, ”चीन ने अभी तक ‘हमला ‘ शब्द का इस्तेमाल नहीं किया है। हमने केवल ‘घुसपैठ ‘ और ‘सीमा में अनाधिकार प्रवेश ‘ का इस्तेमाल किया है और यह चीन की सद्भावना है। ” उन्होंने कहा, ”हम सर्वश्रेष्ठ की उम्मीद करते हैं लेकिन चीन सरकार और सेना इस मामले पर समझौता नहीं करेगी, इसलिए दोनों देशों की मित्रता एवं लोगों की भलाई के लिए भारत को बिना शर्त पीछे हट जाना चाहिए। ”अकेडमी ऑफ मिलिट्री साइंस ” के ‘सेंटर ऑन चाइना अमेरिका डिफेंस रिलेशंस ‘ के निदेशक वरिष्ठ कर्नल झोउ शियाओझोउ ने भी बो की तरह ही कट्टर बयान देते हुए कहा कि डोकलाम गतिरोध में बीजिंग समझौता नहीं करेगा।

Indo China Fight2

झोउ ने कहा, ”यदि आप चाहते हैं कि यह मामला सुलझे तो भारतीय सेना को पीछे हट जाना चाहिए, अन्यथा यह मामला बल प्रयोग से ही सुलझ सकता है। ” चीनी सैन्य विद्वानों ने यह बात भी बार बार दोहराई कि भारत ने चीन की सीमा में ”अनाधिकार प्रवेश” किया है और जब ”भूटान ने भारत को अपनी ओर से कदम उठाने को आमंत्रित नहीं किया” है तो नयी दिल्ली के पास जवानों को भेजने का कोई आधार नहीं है।

kashmir protest7

चीनी सैन्य विद्वानों ने कश्मीर का मामला भी उठाया।
झोउ ने कहा,”पाकिस्तान चीन का मित्र है। यदि चीन पाकिस्तान की ओर से भारत या भारत-चीन की सीमा पार करे तो मुझे नहीं पता कि आप कैसी प्रतिक्रिया देंगे।

india chine solider

क्या है पूरा मामला

भारत और चीन चुंबी घाटी के इलाके में आमने-सामने है, जहां भारत-भूटान और चीन तीन देशों की सीमाएं मिलती हैं। डोकलाम पठार चुंबी घाटी का ही हिस्सा है जहां भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच तनाव हुआ है।

इस पूरे विवाद से भारत की चिंता इस बात को लेकर है इस इलाके से चीन की तोपें चिकेन्स नेक कहे जाने वाली इस संकरी पट्टी के बेहद करीब तक आ सकती हैं। जो उत्तर पूर्व को पूरे भारत से जोड़ती है।

डोकाला पठार से सिर्फ 10-12 किमी पर ही चीन का शहर याडोंग है। जो हर मौसम में चालू रहने वाली सड़क से जुड़ा है डोकाला पठार नाथूला से सिर्फ 15 किमी की दूरी पर है।

भूटान सरकार भी डोकाला इलाके में चीन की मौजूदगी का विरोध कर चुकी है, जो कि जोम्पलरी रिज में मौजूद भूटान सेना के बेस से बेहद करीब है।

जून की शुरुआत में चीनी वर्करों ने याडोंग से इस इलाके में सड़क को आगे बढ़ाने की कोशिश की, जिसकी वजह से ठीक इसी इलाके में भारतीय जवानों ने उन्हें ऐसा करने से रोका।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

3 + five =

Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।