चीन में कोविड महामारी से कोहराम मचा रखा हुआ है जिसकी वजह से देश की आम जनता परेशान हो गई है लेकिन जनता अब चीन की इन पॉलिसी के विरूद्ध खड़ी हो गई है। आपकों बता दें कि चीन में कोविड महामारी से दो लोगों की कथित तौर से मौत हो गई। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग द्वारा तीन दिसंबर से सांस की बीमारी से कोई भी मौत नहीं होने की रिपोर्ट के बाद आधिकारिक तौर पर दो मौतें बताई गई हैं।
एनएचसी ने अपनी दैनिक रिपोर्ट में कहा कि रविवार को मुख्य भूमि पर ठीक होने के बाद कुल 1,344 कोविड-19 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई। रविवार को कोविड-19 से दो नई मौतें हुईं, जिससे मरने वालों की कुल संख्या 5,237 हो गई।चीनी समाचार वेबसाइट कैक्सिन ने सप्ताहांत में कोविड से दो मीडिया पत्रकारों सहित तीन मौतों की सूचना दी। हालांकि सरकार ने इसकी पुष्टि नहीं की। पूरे देश में कोविड-19 मामलों में वृद्धि के कारण चीन को भी चिकित्साकर्मियों की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
बीजिंग के कई अस्पतालों को स्टाफ की कमी का सामना करना पड़ा है, क्योंकि अधिक डॉक्टर वायरस की चपेट में आ गए हैं। छोटे शहरों को भी इसी तरह की बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है। रिपोर्ट में बताया गया कि मध्य चीन के हुबेई प्रांत में एक काउंटी स्तर के शहर में, एक डॉक्टर का अनुमान है कि उसके अस्पताल में 20 प्रतिशत चिकित्सा कर्मचारी संक्रमित हो गए हैं और बुखार क्लिनिक और आपातकालीन विभाग सहित उच्च जोखिम की स्थिति में काम करने वालों में यह 50 प्रतिशत तक पहुंच गया है। इस बीच, एक शीर्ष चीनी स्वास्थ्य अधिकारी का मानना था कि चीन इस सर्दी में कोविड संक्रमण की तीन संभावित लहरों में से पहली लहर का अनुभव कर रहा है।