अमेरिकी राष्ट्रपति के ताइवान दौरे से चीन हुआ नाराज, फिर किया शक्ति प्रदर्शन - Punjab Kesari
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अमेरिकी राष्ट्रपति के ताइवान दौरे से चीन हुआ नाराज, फिर किया शक्ति प्रदर्शन

चीन की सेना ने इससे पहले ‘‘ लड़ाई की तैयारी के लिए तीन दिवसीय गश्त ’’ की घोषणा

चीन की सेना ने इससे पहले ‘‘ लड़ाई की तैयारी के लिए तीन दिवसीय गश्त ’’ की घोषणा की थी। चीन द्वीपीय राष्ट्र के उसका हिस्सा होने का दावा करता है। ताइवान की राष्ट्रपति की अमेरिका यात्रा के बाद चीन की सेना ने एक बार फिर शक्ति प्रदर्शन करते हुए कई दर्जन लड़ाकू विमान और युद्धपोत ताइवान की ओर भेजे। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी। यह कार्रवाई ऐसे समय में की गई है जब चीन के आक्रामक रवैये के बावजूद अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष केविन मैक्कार्थी ने अमेरिका के कैलिफोर्निया में ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन की मेजबानी की। ताइवान में अमेरिकी कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी साई के लौटने के बाद सप्ताहांत में उनसे मुलाकात की।
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ताइवान को घेरने वाले अभ्यास में भाग ले रहा है
चीन ने मैक्कार्थी के साथ मुलाकात एवं साई की अमेरिकी यात्रा से जुड़े लोगों के खिलाफ यात्रा तथा वित्तीय प्रतिबंध लगाए हैं और सैन्य गतिविधियों में वृद्धि की है। सोशल मीडिया मंच ‘वायबो’ पर पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के पूर्वी कमान की पोस्ट के अनुसार, चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने सोमवार सुबह बताया कि उसका शेदोंग विमानवाहक पोत पहली बार ताइवान को घेरने वाले अभ्यास में भाग ले रहा है। इसमें एक वीडियो में लड़ाकू विमान एक जहाज से उड़ान भरते हुए नजर आ रहा है।
ताइवान जलडमरूमध्य के मध्य रेखा को पार किया
ताइवान के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय के अनुसार, रविवार सुबह छह बजे से सोमवार सुबह छह बजे के बीच कुल 70 विमानों की गतिविधियों का पता चला, जिनमें से आधों ने ताइवान जलडमरूमध्य के मध्य रेखा को पार किया। चीन और ताइवान के बीच एक सहमति के अनुसार यह एक अनौपचारिक सीमा है। मध्य रेखा पार करने वाले विमानों में आठ जे-16 लड़ाकू विमान, चार जे-1 लड़ाकू विमान, आठ एसयू-30 लड़ाकू विमान और टोही विमान शामिल थे।
विमानों की गतिविधियों की जानकारी मिली 
ताइवान के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इसके बाद सोमवार सुबह बमवर्षकों द्वारा 59 अन्य उड़ानों के साथ-साथ कई लड़ाकू विमानों की गतिविधियों की जानकारी मिली है। ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन की हालिया अमेरिका यात्रा से नाराज चीन ने शनिवार को भी ताइवान जलडमरूमध्य की तरफ युद्धपोत और दर्जनों लड़ाकू विमान भेजे थे। ताइवान के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, ताइवान के पास शनिवार को आठ युद्धपोत और 71 विमान देखे गए, जिनमें से 45 ने जलडमरूमध्य की मध्य रेखा को पार किया।
ताइवान की वर्तमान सरकार का कहना है
ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि वह ‘‘ संघर्ष को न बढ़ाने, और विवादों का कारण नहीं बनने’’ के नजरिए के साथ स्थिति का सामना कर रहे हैं। ताइवान ने कहा कि वह अपनी भूमि आधारित मिसाइल प्रणालियों के साथ-साथ अपनी नौसेना के जहाजों के माध्यम से चीन की गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं। गौरतलब है कि चीन सरकार दावा करती है कि ताइवान उसके राष्ट्रीय क्षेत्र का हिस्सा है, जबकि ताइवान की वर्तमान सरकार का कहना है कि यह स्वशासित द्वीप पहले से ही संप्रभु है और चीन का हिस्सा नहीं है।

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