भारत-नेपाल रेल लाइन की विस्तृत परियोजना को मिला अंतिम रूप - Punjab Kesari
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भारत-नेपाल रेल लाइन की विस्तृत परियोजना को मिला अंतिम रूप

रेलवे विभाग के इंजीनियर किरण काकी ने कहा, “ईस्ट-वेस्ट हाईवे के परे रेलवे का निर्माण करना मतलब रेलवे

भारत के रुपैदिया व नेपाल के बांके के कोहलपुर के बीच प्रस्तावित सीमा-पार रेल लाइन पर भारत से विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट प्राप्त किए जाने के बाद नेपाल सरकार परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी में है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के रुपैदिया से 18.5 किलोमीटर लंबा रेल ट्रैक का निर्माण शुरू होगा और जायसपुर, इंद्रपुर, गुरुवा गौन, हवलदलपुर, राजहेना से होकर नेपाल के कोहलपुर में समाप्त होगा। 
बांके जिला प्रशासन को दिए गए डीपीआर में प्रस्तावित रेलवे ट्रैक ईस्ट-वेस्ट हाईवे व पोस्टल हाईवे के बीच समानांतर रहेगा। रेलवे विभाग के इंजीनियर किरण काकी ने कहा, “ईस्ट-वेस्ट हाईवे के परे रेलवे का निर्माण करना मतलब रेलवे ट्रैक बिछाने के लिए राष्ट्रीय पार्क की चौड़ी पट्टी को साफ करना होगा। इसलिए परियोजना इस तरह से तैयार की गई है कि अभयारण्य बचे रहें।” 
कार्की ने कहा, “डीपीआर के अनुसार, रेलवे लाइन ईस्ट-वेस्ट हाईवे से दो से तीन किलीमीटर दूर बनाई जाएगी। कुछ मानव बस्तियां भी रास्ते में पड़ सकती हैं, लेकिन मुझे उम्मीद है कि सरकार बस्तियों के प्रबंधन का कार्य करेगी।” सरकार का मकसद दो दशक में 4,000 किलोमीटर रेल नेटवर्क विकसित करना है। रेल विभाग के अधिकारियों के अनुसार, पांच साल में 750 किलोमीटर लंबा नेटवर्क विकसित किया जाएगा। 

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