अफ़ग़निस्तान में तालिबान सरकार जिस प्रकार सत्ता में काबिज हुई वह वाक्य ही डराने वाले था। “तालिबान” सरकार से पहले एक आतंकी समूह के रूप में जाना जाता था। जिसने अलोकतांत्रिक तरीके से अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्ज़ा किया इसके आने पर देश में भय का माहौल था शुरुआत में लगता था जल्द ही सब कुछ ख़त्म हो जाएगा लेकिन आखिर में तालिबान सरकार के रूप में नज़र आई। अब इस देश में तालिबानी तरीके से सजा भी दी जाने लगी।
अपराधियों को सार्वजनिक रूप से पीटा
तालिबान के सुप्रीम कोर्ट ने घोषणा की है कि काबुल के पगमान जिले में “अनैतिकता” करने के आरोप में एक महिला सहित चार लोगों को सार्वजनिक रूप से कोड़े मारे गए हैं। एक समाचार विज्ञप्ति के अनुसार, लोगों को काबुल के करघा इलाके से गिरफ्तार किया गया। दोषियों को तालिबान अधिकारियों ने तीन महीने की कैद की सजा सुनाई है। तालिबान के सुप्रीम कोर्ट ने बु कहा कि फैसला जारी होने के बाद, तालिबान अधिकारियों ने सरकारी अधिकारियों और कुछ आम लोगों की उपस्थिति में पगमान जिला अदालत में अपराधियों को सार्वजनिक रूप से पीटा।
मानव संगठनो ने सजा का विरोध किया
प्रत्येक दोषी को बीस कोड़े और एक महीने की कैद की सजा सुनाई गई। अगस्त 2021 में सत्ता पर कब्ज़ा करने के बाद तालिबान ने आम लोगों के बीच शारीरिक दंड देना फिर से शुरू कर दिया।इस बीच, मानवाधिकार वकालत समूहों ने अपनी रिपोर्टों में बार-बार कहा है कि तालिबान के तहत दोषियों को अफगानिस्तान में कानूनी और मानकीकृत न्यायिक प्रणाली तक पहुंच नहीं है। कई मानवाधिकार संगठनों ने तालिबान अधिकारियों द्वारा दोषियों को शारीरिक दंड देने की निंदा की है।