अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक शादी समारोह में बम हमले में 60 से अधिक लोग मारे गए ओर सैकड़ों लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। यह हाल के महीनों में काबुल में सबसे घातक हमले में से एक है। यह धमाका शहर के पश्चिमी इलाके में शनिवार देर रात हुआ।
यह धमाका ऐसे समय में हुआ है जब अमेरिका और तालिबान अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना की मौजूदगी कम करने पर एक समझौता करने के अंतिम चरण में हैं। तालिबान ने हमले में संलिप्तता से इनकार किया है। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता नसरत रहीमी ने बताया कि कम से कम 63 लोगों की मौत हो गई और 182 लोग घायल हैं। रहीमी ने बताया, “घायलों में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।”
दशकों से युद्ध से जूझ रहे शहर में बड़े और भव्य वेडिंग हॉल सामुदायिक जीवन के आकर्षण का केंद्र है। शादियों में सैकड़ों या अक्सर हजारों मेहमान घंटों तक जश्न मनाते हैं। यहां आम तौर पर शादियों में पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग जगह होती है। शनिवार के हमले के बाद तस्वीरों में हॉल में लाशें, कपड़ों के चिथड़ें, टोपियां, सैंडल और मिनरल वाटर की बोतलें पड़ी हुई दिखाई दी।
ऐसा माना जा रहा है कि यह एक शिया शादी थी। सुन्नी बहुसंख्यक अफगानिस्तान में शिया मुसलमानों को आए दिन निशाना बनाया जाता है खासतौर से इस्लामिक स्टेट समूह द्वारा। इस्लामिक स्टेट काबुल में सक्रिय है लेकिन अभी उसने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। शादी में मौजूद मोहम्मद फरहाग ने बताया कि वह महिलाओं के हिस्से में था जब उसने पुरुषों वाले हिस्से से बड़े धमाके की आवाज सुनी।
उसने कहा, “हर कोई चीखते और रोते हुए बाहर भाग रहा था।” अफगानिस्तान के पूर्वी नंगरहार प्रांत में 12 जुलाई को एक शादी समारोह में एक आत्मघाती बम धमाके में कम से कम छह लोग मारे गए थे। क्षेत्र में अपना दबदबा बढ़ा रहे आईएस ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।