Lifestyle
By Simran Sachdeva
July 8, 2024
Source : Pexels
जीवन में क्रोध से व्यक्ति के भीतर भ्रम पैदा होता है और भ्रम से बुद्धि व्यग्र होती है, जब बुद्धि व्यग्र होती है तब व्यक्ति का तर्क नष्ट हो जाता है और जब तर्क के नष्ट होते ही व्यक्ति का पतन होता है