By- Khushboo Sharma
Sept 22, 2024
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नवरात्रि के हर दिन मां के नौ रूप, मां शैलपुत्री, मां ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, मां कूष्मांडा, मां स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी, माता सिद्धिदात्री की उपासना होती है
नवरात्रि पहला दिन नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा के बाद भोग में गाय के घी से बना हलवा, रबड़ी या मावा के लड्डू का भोग लगा सकते हैं
नवरात्रि दूसरा दिन चैत्र नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा होती है इस दिन शक्कर और पंचामृत का भोग मां के समक्ष अर्पित कर सकते हैं। इसे उनका प्रिय भोग माना जाता है
नवरात्रि तीसरा दिन मां दुर्गा के चंद्रघंटा स्वरूप की नवरात्रि के तीसरे दिन पूजा की जाती है माता चंद्रघंटा को दूध से बनी मिठाइयां, खीर आदि का भोग लगाना शुभ माना जाता है
नवरात्रि चौथा दिन नवरात्र के चौथे दिन मां कूष्मांडा की पूजा की जाती है माता कूष्मांडा को मालपुए का भोग लगा सकते हैं
नवरात्र में पांचवां दिन पांचवें दिन दुर्गा मां के पंचम स्वरूप माता स्कंदमाता की पूजा की जाती है मां स्कंदमाता को केले का भोग लगाया जाता है
नवरात्रि में छठा दिन नवरात्रि के छठे दिन माता कात्यायनी की पूजा की जाती है माता कात्यायनी को भोग में लौकी, मीठे पान या शहद चढ़ाया जा सकता है
नवरात्रि में सातवां दिन मां कालरात्रि शत्रुओं का नाश करने वाली होती हैं मां कालरात्रि को गुड से निर्मित भोग लगाना चाहिए
नवरात्रि के आठवें दिन माता महागौरी को नारियल का भोग प्रसाद में अर्पित करें मां को नारियल का गोला चढ़ाएं या फिर नारियल से बनी मिठाई व लड्डू अर्पित करें
नवरात्रि का नौवां दिन नवमी को कन्या पूजन होता है इस दिन मां सिद्धिदात्री को हलवा पूड़ी, खीर या चना मसाला का भोग अर्पित करके कन्या पूजन किया जाता है