By Ritika
Sep 11, 2024
महिलाओं से जुड़े अपराध दिन प्रति दिन बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में जरूरी है प्रत्येक बेटी के लिए खुद सेल्फ डिफेंस के गुर सिखना
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सेल्फ डिफेंस का अर्थ सिर्फ जूडो, कराटे सिखाएं या फिर पेपर स्प्रे जैसी चीजें रखना ही नहीं बल्कि मेंटली स्ट्रांग होना भी बहुत जरूरी है। ताकि वह खुद को सेफ करने का कॉन्फिडेंस डेवलप कर सकें
आज हम आपको कुछ ऐसे सेल्फ डिफेंस के गुर बताने वाले हैं, जो हर मां को अपनी बेटी को जरूर सिखाने वाले हैं
बेटी के खतरा भांप लेने पर उसे बताएं कि घबराने की जगह इमरजेंसी नंबर पर कॉल करें। और उस नंबर पर सबसे पहले कॉल करें जहां से उसे तुरंत मिल सकती है
बच्चियों को छोटी उम्र से ही ये सिखाएं कि उन्हें किसी से भी बात करने का सेफ डिस्टेंस क्या है। और उन्हें टचिंग और टॉकिंग की किस बॉउंड्री को क्रॉस नहीं होने देना चाहिए
प्रेजेंस ऑफ माइंड सबसे ज्यादा जरूरी है। उसके साथ ही फिजिकली भी खुद को सेफ रखना आना जरूरी है। इसलिए बेटियों को साथ में कोई न कोई मार्शल आर्ट्स में भी निपुण बनाएं
हर मां को ये कोशिश जरूर करें कि वो अपनी बेटियों के लिए इतनी भरोसेमंद बने कि उनकी बेटी उन्हें सब कुछ आकर शेयर कर सकें। बल्कि वो हर बात बेखौफ होकर मां के साथ साझा करें
मां अपनी बेटियों को ये भी बताएं कि जरूरी नहीं कि अजनबी ही खतरा बने अक्सर करीबी ही मुश्किलें बढ़ाते हैं। ऐसे करीबियों को कैसे पहचानना है ये समझाएं और उनसे दूरी बनाने के बारे में भी बताएं
बेटी को ये बताएं कि शोषण सहना उसकी मजबूरी नहीं है। बल्कि उसके प्रति सचेत रहना और सही समय पर उसे शेयर करना सबसे ज्यादा जरूरी है