फैशन की शुरुआत प्राचीन काल में हुई थी और इसके बाद कई महत्वपूर्ण आविष्कार हुए और यह आज तक यह कई शताब्दियों तक विकसित होता रहा है।
आज के फ़ैशन की जड़ें बीसवीं सदी से जुड़ी है।
20वीं सदी के पहले दशक का मुख्य फैशन ट्रेंड एस-आकार का सिल्हूट था जो छाती को आगे और कूल्हों को पीछे की ओर धकेलता था।
प्रथम विश्व युद्ध के बाद महिलाएँ गोला-बारूद बनाने वाली फैक्ट्रियों में काम करती थीं, इसलिए उन्होंने उपयोगी कपड़े पहनना शुरू कर दिया
महिलाओं का फैशन पिछले दशक के लड़कों वाले लुक से धीरे-धीरे तीस के दशक की शुरुआत में स्त्रीत्व की ओर बढ़ गया।
युद्ध के वर्षों के बाद सख्त और शांत सिल्हूट के बाद, महिलाओं को कपड़े पहनने और स्टाइलिश दिखने की इच्छा थी। और इसलिए, 50 के दशक की विशेषता सुरुचिपूर्ण सिल्हूट थी, जिसमें कमर और फुल ड्रेस और स्कर्ट थे।
1970 के दशक में कई तरह के लोकप्रिय फैशन देखने को मिले। बेशक, हिप्पी स्टाइल प्रचलन में था, खास तौर पर प्रेयरी ड्रेसेस के साथ जिन्हें हाई फैशन कलेक्शन में शामिल किया गया था।
1990 के दशक की शुरुआत सुपरमॉडल युग के चरम पर थी। सबसे मशहूर लोगों में लिंडा इवेंजेलिस्टा, सिंडी क्रॉफोर्ड, नाओमी कैंपबेल और क्रिस्टी टर्लिंगटन शामिल थीं, जिन्हें “मूल सुपरमॉडल” के रूप में जाना जाता था।
21वीं सदी के उदय के समय फैशन से जुड़ी मशहूर हस्तियां और टीवी शो जैसे द ओ.सी., वन ट्री हिल और गॉसिप गर्ल के पात्र उस दशक के स्टाइल आइकन थे और उन्होंने कई लोगों को प्रभावित किया।