अश्वगंधा की चाय पी सकते हैं। यह तनाव कम करने, इम्यूनिटी बढ़ाने, सांस संबंधी इंफेक्शन को रोकने में मददगार है।
त्रिफला आमलकी, हरीतकी और बिभीतकी का आयुर्वेदिक मिश्रण है। यह चाय इम्यूनिटी बूस्टर है। यह इंफ्लेमेशन कम करने और ब्रीदिंग इंफेक्शन को रोकती है।
गिलोय एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जो प्रतिरक्षा को बढ़ाने, सूजन कम करने और श्वसन संक्रमण को रोकती है।
इलायची में प्राकृतिक गुण होते हैं, जो कंजेशन और खांसी से राहत दिलाने में मददगार है।
मुलेठी जड़ी-बूटी है, जो गले की खराश मिटाने, सूजन कम करने, इम्युनिटी बूस्ट करने में मददगार है।
काढ़ा पारंपरिक हर्बल चाय है, जो इम्यूनिटी बूस्टिंग का काम करती है।
हल्दी में करक्यूमिन होता है, जो शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है। यह सूजन को कम करने और प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने में मदद करता है।
तुलसी आयुर्वेद में बेहद महत्वपूर्ण है। यह प्रतिरक्षा बढ़ाने, तनाव कम करने और संक्रमण रोकने में सहायक है।
अदरक एंटीइंफ्लामेटरी गुणों के लिए जानी जाती है। यह कंजेशन कम करने, गले की खराश मिटाने, मतली रोकती है।