भारतीय संस्कृति ने अपनी छाप संसार के सभी देशों मे व्यापक स्तर पर छोड़ी हैं
संस्कृति का मूल तत्व किसी भी देश के नागरिकों को प्रशिक्षित, सजग एवं कला मर्मज्ञ बनाता हैं
ताकि दुनिया के अन्य देशों में अपनी खुशबू को बिखेर पाए ।
भारतीय समाज का ढांचा इस प्रकार का है की इसमें मानव के पारस्परिक संबंध,
लौकिक व्यवहार, कला, दर्शन, उत्सव एंव त्यौहार लोगों को सामाजिक समरसता की ओर ले जाते हैं,
जो भारत को एक सहिष्णु राष्ट्र के साथ-साथ समृद्ध और अपूर्व शक्ति शाली बनाता हैं ।
होली, ये त्यौहार देखा जाए तो पूरी तरह कृष्ण को समर्पित हैं जो फाल्गुन महीने मे मनाया जाता है,
ये त्यौहार कई दिनों तक चलता हैं जो भारतीयों को प्रेम, मित्रता, आनंद की भावना से भर देता हैं .
होली का त्यौहार रंगों का महोत्सव है, जो ऋतु परिवर्तन के साथ पेड़ों पर नए पत्तों के साथ आम जैसे रस भरे फलों के आने की भी सूचना लाता है।