जानिए कलावा बांधने के नियम और महत्व - Punjab Kesari
Girl in a jacket

जानिए कलावा बांधने के नियम और महत्व

कलावा बांधने के महत्व और नियमों की पूरी जानकारी

kalawa2

हाथ पर कलावा बांधने की शुरुआत मां लक्ष्मी से हुई है। सनातन धर्म में इसका बेहद महत्व है। कलावा को रक्षा सूत्र के नाम से भी जाना जाता है।

kalawa3

कलावा बांधने से नकारात्मक ऊर्जा का खात्मा होता है। इसके साथ ही इंसान को ब्रह्मा, विष्णु, और महेश का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है।

kalawa4

आज हम आपको बताएंगे कि आखिर कलावा बांधने के क्या नियम है? आइए इन नियमों के बारे में विस्तार से जानें।

kalawa5

खाली हाथ कलावा नहीं बंधवाना चाहिए। ऐसे में आप हाथ में चावल या सिक्का रख सकते हैं। इससे घर में धन का आगमन होता है।

kalawa6

कलावा बांधते समय ‘येन बद्धो बली राजा, दानवेन्द्रो महाबलः, तेन त्वां मनु बध्नामि, रक्षे माचल माचल’ मंत्र का जप करना चाहिए।

kalawa7

पुरुषों और अविवाहित लड़कियों को अपने दाएं हाथ में कलावा बांधना चाहिए। विवाहित स्त्रियों को बाएं हाथ में कलावा बांधना चाहिए।

kalawa8

शास्त्रों के मुताबिक, 21 दिनों तक ही कलावा पहनना शुभ माना जाता है। इससे ज्यादा दिनों तक हाथ में कलावा बांधने से नकारात्मक ऊर्जा का वास होने लगता है।

kalawa9

उतरे हुए कलावे को कभी दोबारा नहीं बांधना चाहिए। उतारने के बाद इसे किसी बहती नदी में प्रवाहित कर देना शुभ होता है।

mailऐसे करें Gmail की Memory को खाली

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

9 − 3 =

Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।