आयुर्वेद में कई तरह की जड़ी-बूटियां हैं, जो शारीरिक समस्याओं को दूर करने में मदद करती हैं।
मरुआ का पौधा एक सुगंधित पौधे के साथ ही शारीरिक स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक लाभकारी हैं।
मरुआ पाचन तंत्र, सर्दी-जुकाम, सिरदर्द और मुंह की दुर्गंध जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद करती हैं।
मरुआ के पत्तों में कई गुण पाए जाते है जैसे, पोटैशियम, कार्बोहाइड्रेट, डाइटरी फाइबर, प्रोटीन, विटामिन सी, कैल्शियम, आयरन, विटामिन बी6 और मैग्नीशियम।
बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश राज्य में इसका खास तौर पर इस्तेमाल किया जाता है।
पेट में कीड़े की समस्या होने पर मरुआ के पत्तों का रस देना चाहिए।
इसकी पत्तियां शरीर में अपच की समस्या को दूर करने में भी सहायक होती हैं।
मरुआ को पीस करके अपच की समस्या दूर होती है, साथ ही भूख बढ़ाने में भी मदद मिलती है।
मरुआ की पत्तियां सर्दी-जुकाम और खांसी में राहत देती हैं।
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