अदरक की हर्बल चाय
अदरक में प्राकृतिक एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो फेफड़ों में सूजन को कम करते हैं और श्वसन तंत्र को स्वस्थ रखते हैं। यह कफ और म्यूकस को बाहर निकालने में भी मदद करता है
तुलसी की हर्बल चाय
तुलसी के पत्ते फेफड़ों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। यह श्वसन तंत्र को साफ करने, कफ को बाहर निकालने और अस्थमा जैसे रोगों में राहत देने में प्रभावी है
पिप्पली (Long Pepper) चाय
पिप्पली का सेवन श्वसन तंत्र को साफ करने और श्वास की समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। यह खांसी, कफ, और सर्दी को ठीक करने में सहायक होती है
लिकोरिस (मुलहठी) चाय
मुलहठी में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो श्वसन तंत्र को साफ करने और फेफड़ों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। यह गले की सूजन, खांसी और सांस की समस्या में राहत प्रदान करती है
काढ़ा (हर्बल काढ़ा)
हर्बल काढ़े में अदरक, हल्दी, लौंग, तुलसी और काली मिर्च जैसी सामग्री होती है, जो शरीर में सूजन को कम करने और श्वसन तंत्र को मजबूत करने में सहायक है
पेपरमिंट (पुदीना) चाय
पुदीना में मेन्थॉल होता है, जो श्वास नलिकाओं को खोलता है और सांस लेने में आसानी देता है। यह फेफड़ों को साफ करने में मदद करता है और खांसी और गले की समस्याओं को भी दूर करता है
कदम (Thyme) चाय
कदम के पत्तों में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो फेफड़ों की सेहत को बनाए रखने में मदद करते हैं। यह खांसी और अस्थमा जैसी श्वसन समस्याओं को दूर करने में सहायक है
सौंफ की हर्बल चाय
सौंफ में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो फेफड़ों की सफाई में मदद करते हैं और श्वसन तंत्र को मजबूत बनाते हैं। यह कफ को बाहर निकालने में भी मदद करता है
ग्रीन टी
ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट्स और कैटेचिन्स होते हैं, जो फेफड़ों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं। यह प्रदूषण से शरीर को बचाने और श्वसन तंत्र को बेहतर बनाए रखने में मदद करती है