दरअसल लंबे समय से केन्द्रीय कर्मचारी आठवें वेतन आयोग की मांग कर रहे थे
क्योंकि कर्मचारियों, पेंशनधारिकों का महंगाई भत्ता 53 प्रतिशत हो चुका हैं
इस फैसले को केंद्र सरकार ने अचानक लेकर सभी को चौंका दिया हैं
आयोग के इतिहास पर गौर करें तो प्रत्येक दस साल में इसे बदला गया था
जबकि अभी सातवाँ वेतन आयोग लागू हैं जो 2016 में लागू किया गया था
फिटमेंट फैक्टर कम से कम 2.86 हो सकता है
न्यूनतम बेसिक सैलरी 18,000 रुपये से बढ़कर 51,480 रुपये हो सकती है
इसके अलावा, पेंशनर्स की न्यूनतम पेंशन भी 9,000 रुपये से बढ़कर 25,740 रुपये हो सकती है