काला बिछुआ बारिश के मौसम में उगने वाला पौधा है।
यह पौधा खास बनावट और औषधीय गुणों के कारण प्रसिद्ध है।
यह सर्दी में सूख जाता है। इसके फल सूखने के बाद चटक जाते हैं
इस पौधे के पत्ते बड़े और रोएंदार होते हैं।
इसमें एंटी-इंफ्लामेंट्री गुण दर्द और सूजन से राहत दिलाने में मददगार साबित होता है।
मधुमेह, अपच और सीने में जलन बीमारियों के इलाज में मददगार साबित होता हैं,
औषधीय गुणों से भरपूर पौधे में सूजन और दर्द निवारक गुण पाए जाते है।
सरसों के तेल में पकाकर तैयार तेल का प्रयोग जोड़ों के दर्द में लाभकारी माना जाता है।
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 688.13 बिलियन डॉलर पर पहुंचा, निर्यात भी बढ़ा