महाकुंभ 2025 के पहले ‘अमृत स्नान’ में करोड़ो भक्त उमड़े।
सुबह से महाकुंभ 2025 के पहले ‘अमृत स्नान’ के दौरान लगभग 2.5 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में पवित्र डुबकी लगाई है।
आज कई अखाड़ों के साधु पवित्र डुबकी लगाते हैं, इसलिए इसे अमृत स्नान कहा जाता है।
सीएम योगी ने इस पवित्र अवसर को भारत की सनातन संस्कृति और आस्था का जीवंत प्रमाण बताया।
अमृत स्नान में सनातन धर्म के 13 अखाड़ों के साधु त्रिवेणी संगम पर लगाएंगे पवित्र डुबकी।
हर अखाड़ों के लिए एक घंटे का समय निर्धारित किया गया है।
महाकुंभ में सबसे पहले महानिर्वाणी अखाड़े के साधु-संतो ने किया अमृत स्नान।
महानिर्वाणी अखाड़े के श्री शंभू पचांयती अटल अखाड़े ने भी किया अमृत स्नान।
बैरागी अखाड़े के साधु-संतो ने किया अमृत स्नान।