महाभारत के युद्ध में कर्ण के सभी 10 पुत्रों ने भाग लिया था, जिनमें से 9 वीरगति को प्राप्त हुए थे
उनके सबसे छोटे पुत्र वृषकेतु इस युद्ध में बच गए थे
वृषकेतु की मां कर्ण की पहली पत्नी वृषाली थीं
अर्जुन को वृषकेतु से काफी लगाव था
युद्ध के दौरान जब अर्जुन को पता चला था कि कर्ण उनके बड़े भाई हैं, तो वो कर्ण का वध करने पर दुखी थे
जब युद्ध में वृषकेतु भी असहाय हो गया, तो अर्जुन ने उनकी मदद की
अर्जुन ने वृषकेतु को फलने-फूलने में मदद की और उनको शिक्षा भी दी
साथ ही वृषकेतु को अंग देश का राजा भी बनाया
वृषकेतु, अर्जुन और भगवान श्रीकृष्ण दोनों के बहुत प्रिय थे
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