मेरा नया बचपन – सुभद्रा कुमारी चौहान
अंधेरे में – गजानन माधव मुक्तिबोध
टूटी हुई बिखरी हुई – शमशेर बहादुर सिंह
सरोज स्मृति – निराला
अकाल और उसके बाद – नागार्जुन
कलगी बाजरे की – अज्ञेय
रामदास – रघुवीर सहाय
चंपा काले काले अच्छर नहीं चीन्हती – त्रिलोचन
बीस साल बाद – धूमिल