सोना हमारे भारतीय समाज में सोना को सबसे उत्तम धातु का दर्जा दिया गया है। महिलाओं को सजने के लिए सना चाहिए और कई ऐसे काम है जहां सोना काफी जरुरी होता है। जरुरी होने के साथ सोना काफी महंगा भी होता है पर आज आपको जानकर और हैरानी होगी कि 1947 में सोने की कीमत इस बराबर थी की आप उस कीमत में एक चॉकलेट और कोई दूसरा सामान ले सकते थे, वो भी वो सभी वस्तु जिसकी कीमत मात्र दो या उससे भी कम दाम के हो।
हां हम आपके साथ कोई मजाक नहीं कर रहे है, उस समय सोने की कीमत ही कुहक ऐसी थी। आप खुद सोच सकते है जिसके पास उस समय 10 ग्राम सोना होगा उसकी आज की कीमत उसके मूल्य से 670 गुना रिटर्न अधिक है। आपको जानकर काफी ही हैरानी होगी 1947 में जब भारत आजाद हुआ था तब सोने की कीमत आज के 1 लीटर डीजल के बराबर थी।
1947 में 10 ग्राम सोने की कीमत केवल 88.62 रुपये थी, जबकि 1964 में कीमत गिरकर 63.25 रुपये हो गई थी। आज के अनुसार देखे तो सोना काफी ही अधिक कीमत पर है कई जगहों पर सोना की कीमत 60000 के पार भी, जिससे आप खुद भी सोच सकते है कि जिन लोगों ने उस समय सोना लिया होगा आज उनको कितना रिटर्न मिल रहा होगा। 1970 में सोना 184 रुपये दस ग्राम पंहुचा, जो 10 साल बाद 1980 में 1,333 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।
यही 1990 में यह बढ़कर 3,200 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया, साथ ही यही कीमत साल 2000 तक बढ़कर 4,400 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गईं। पर ये सिलसिला यही नहीं रुका और अगले 10 साल में सोना साल 2010 में बढ़कर 18,500 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। 2020 तक यह भाव 48,651 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।
जो इस साल अप्रैल में सोने की कीमत 62000 के पार पहुंच गई थी, हालांकि अब कीमत 60000 से थोड़ी कम है। सोने की कीमत हर जगहों पर अलग-अलग होती है पर इससे भी आप खुद ही पता कर सकते है कि अगर आपके घर में से किसी सदस्य ने उस समय उचित दाम पर सोना ले लिया होता, तो आज उसकी क्या कीमत होती।