आज के समय में जहा इंसान आगे बढ़ने की रेस में सबसे आगे आने की होड़ में लगा हुआ हैं तो वही अपनी हेल्थ की रेस में वह दिन पतिदिन पीछे होता जा रहा हैं। वह ये बिलकुल भूल चूका हैं कि जब गुड हेल्थ होगी तभी ही गुड वेल्थ होगी। लेकिन ना जाने किस राम धुन में इंसान को ये याद ही नहीं रहता कि अपनी सेहत भी कोई चीज़ हैं। इस काम की दुनिया में इंसान भूख लगने पर कुछ भी खा लेता हैं ये सोचे समझे बिना ही की क्या वो उसके स्वास्थ्य के लिए सही भी हैं या नही? ऐसे में अंजाम होता हैं उनका बढ़ता हुआ वज़न। जो पहले बढ़ जाता हैं और फिर इंसान अपने साथ कई बीमारियों को जोड़ बैठता हैं।
जलकुम्भी देगी आपका साथ
लेकिन अगर अब आप भी इस बीमारी से ग्रस्त हैं तो हो जाइये रिलैक्स क्योकि आज हम आपको इसका भी एक रामबाण इलाज बताने वाले हैं जो कोई दवाई नहीं बल्कि एक सब्जी हैं जिसपर न सिर्फ एक देश बल्कि पूरा विश्व विशवास कर रहा हैं। वजन घटाने के लिए अगर आप कोई हरी पत्तेदार सब्जियां ढूंढ रहे हैं तो आइये इस दुविधा को भी हम दूर किये देते हैं इसके लिए जलकुंभी आपके लिए परफेक्ट रहेगी। औषधीय गुणों के कारण अमेरिका में भी आज इसे सुपरफूड कहा जा रहा है। माना जा रहा कि यह कई बीमारियों को दूर कर सकती है और आपके बढ़ते वज़न को कम करने में कारगर साबित हो सकती हैं।
अब बात करे, अमेरिकी फूड फर्म B&W के मुताबिक, दुनियाभर में एथलीटों को यह सब्जी खिलाई जाती है ताकि कसरत से होने वाली चोट से उन्हें कोई आंतरिक बीमारी न हो। इससे हैवी एक्सरसाइज में मसल्स को जो नुकसान होता है, वह आसानी से ठीक होने की पूर्ण क्षमता इसमें होती हैं। क्योकि इसमें बड़ी मात्रा में आयरन, कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम और विटामिन जैसे कई तत्व शामिल होते हैं जो मस्तिष्क में कोशिका क्षति को रोकता है।
सबसे स्वास्थ्यप्रद भोजन का टैग
साथ ही खुद इसे अमेरिकी स्वास्थ्य एजेंसी सीडीसी ने इसे दुनिया का सबसे स्वास्थ्यप्रद भोजन का टैग दिया है। उनकी रैंकिग में जलकुंभी यानी वॉटरक्रेस ने 100 में से 100 अंक प्राप्त किए हैं और यह स्विस चार्ड (89.27 अंक), चुकंदर (87.08 अंक) और यहां तक कि पालक (86.43 अंक) को भी पछाड़ दिया है।
हालांकि अंत में आपको बताते चले कि एक्सपर्ट का कहना है कि इसे ज्यादा इस्तेमाल न करें, क्योंकि इसमें कुछ ऐसे केमिकल भी शामिल होते हैं जो प्राकृतिक खांसी भी नहीं आने देते इसके लिए इसका प्रयोग करे लेकिन उच्च मात्रा में नहीं। अधिक मात्रा में सेवन करने पर मूत्राशय, गुर्दे और पेट में जलन आदि हो सकती है, इसलिए इस्तेमाल करें मगर एक मात्रा के साथ।